शामली, 11 अगस्त : उत्तर प्रदेश के शामली जिले में 5 और 7 साल की उम्र के दो लड़कों की उस समय करंट लगने से मौत हो गई, जब उन्होंने गलती से पंखे की जीवित (खुली) तार को छू लिया. भंडोरा गांव में घटना के समय लड़के, (जो चचेरे भाई थे) घर पर अकेले थे. उनके माता-पिता, (जो दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करते हैं) जब यह हादसा हुआ, तब वे काम पर गए थे.
परिजन जब घर लौटे तो दोनों बच्चों को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. शामली एएसपी ओपी सिंह ने कहा, "जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो माता-पिता ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया. उन्होंने शवों का अंतिम संस्कार किया." यह भी पढ़ें : ईडी ने कोयला तस्करी मामले में पश्चिम बंगाल के आठ आईपीएस अधिकारियों को तलब किया
इस बीच, ग्राम प्रधान अमित शर्मा ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों द्वारा बच्चों को मृत घोषित करने के बाद भी, उनके माता-पिता ने लगभग दो घंटे तक शवों को इस उम्मीद से मिट्टी में दफना दिया कि वे फिर जिदा हो जाएंगे.