रत्नागिरी डैम हादसा: 6वें दिन भी तिवेर बांध के पास जारी है जिंदगी की खोज, अब तक 19 शव बरामद

महाराष्ट्र में एलोर-शिरगांव गांव के निकट बने तिवेर बांध के टूटने की घटना में अब तक 19 लोग मरे गए है. जबकि हादसे के छह दिन बीत जाने के बाद भी 4 लोगों का कुछ पता नहीं चल सका है.

तिवेर बांध टूटने से अब तक 19 मरे (Photo Credits: ANI)

मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में एलोर-शिरगांव गांव के निकट बने तिवेर बांध (Tiware Dam) के टूटने की घटना में अब तक 19 लोग मरे गए है. जबकि हादसे के छह दिन बीत जाने के बाद भी 4 लोगों का कुछ पता नहीं चल सका है. पुणे और सिंधुदुर्ग से अग्निशमन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों के अलावा स्थानीय लोग भी सर्च ऑपरेशन में जुटे हए है. इसके अलावा शीर्ष पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी पूरी घटना पर नजर बनाए हुए है.

भारी बारिश के चलते बीते मंगलवार देर रात यह छोटा बांध अचानक टूट गया था. जिसके बाद निकट गांव के 25 लोग लापता हो गए थे. अधिकारियों के अनुसार अब तक 19 शव बरामद किए गए है. पुलिस के अनुसार जब तिवेर बांध के टूटने से पहले पानी से लबालब हो गया था और ऊपर से पानी बह रहा था.

बांध के टूटने से कम से कम सात गावों में बाढ़ आ गई. बताया जाता है कि इसमें दर्जनभर घर बह गए और लगभग दो दर्जन से अधिक वाहन भी पानी की चपेट में आकर बर्बाद हो गए. इस बाढ़ की चपेट में कम से कम सात गाव आए. इन गावों की कुल अनुमानित जनसंख्या लगभग 3,000 है. बताया जाता है कि बढ़ की चपेट में सबसे ज्यादा भेंडेवाड़ी प्रभावित हुआ है. यह गांव तिवेर बांध की दीवार के किनारे बसा है.

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यह बांध साल 2000 में बना था और भडकवाड़ ने कहा कि इसकी क्षमता 2,452 टीएमसी थी. स्थानीय लोगों का दावा है कि उन्होंने दो साल पहले जिला प्रशासन को इसमें पानी रिसने की सूचना दी थी लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. जिसके बाद मूसलाधार बारिश होने के कारण यह बांध टूट गया.

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