Madhya Pradesh: मोरैना जहरीली शराब कांड में  अब तक 14 की मौत, 4 अफसर निलंबित
शराब (File Image)

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुरैना जिले में कथित तौर पर जहारीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हो गई, वहीं 18 लोग बीमार हैं। इस मामले में आबकारी अधिकारी और थाना प्रभारी सहित चार लोगों को निलंबित किया गया है। पुलिस इस बात की जांच में जुटी है कि मौतें ज्यादा शराब पीने से हुईं या शराब जहरीली थी। मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की रात को जिले के दो गांव में शराब पीने से लेागों की तबियत बिगड़ने का सिलसिला शुरू हुआ। अब तक 14 लोगों की शराब पीने के कारण मौत हो चुकी है। वहीं 18 लोग बीमार हैं, जिनका मुरैना के अस्पताल और ग्वालियर के अस्पताल में इलाज जारी है। इस घटना के विरोध में मृतकों के परिजनों ने विरोध प्रदर्षन किया और रोष जाहिर किया.

चंबल क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक मनोज शर्मा ने आईएएनएस से चर्चा करते हुए मौत की पुष्टि करते हुए कहा है कि, "मौत की वजह क्या है इसकी जांच हो रही है. शराब पीने से 18 लोग बीमार हुए हैं, उनका इलाज जारी है। बागचीनी थाने के प्रभारी, एक उप निरीक्षक और एक अन्य कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोरैना में जहरीली शराब दुर्घटना अत्यंत दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। दुर्घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। कमिश्नर ग्वालियर-चंबल में जांच दल बनाया है, जिसने जांच प्रारंभ कर दी है। जो भी व्यक्ति दोषी होंगे, उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी. यह भी पढ़े: बाराबंकी जहरीली शराब कांड : सीतापुर में भी जहरीली शराब पीने से तीन की मौत, पांच अस्पताल में भर्ती

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि घटना में प्रथम ²ष्टया सुपरविजन में लापरवाही पाए जाने पर, जिला आबकारी अधिकारी मुरैना को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है।वहीं राज्य के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि, "मुरैना में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों की घटना बेहद दुखद और पीड़ादायक है। जांच के लिए अलग से एक दल भी भेजा जा रहा है। घटना के लिए जिम्मेदार कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा.

ज्ञात हो कि मुरैना जिले के दो गांव में शराब पीने से बड़ी संख्या में लोग बीमार हुए हैं। इनमें से 14 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है, वहीं 18 से ज्यादा बीमार हैं। इन बीमारों का मुरैना के जिला अस्पताल और ग्वालियर के अस्पताल मंे इलाज जारी है. । वहीं मृतकों के परिजनों में इस घटना को लेकर रोष व्याप्त है.

पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने कहा है कि, "शराब माफियाओं का कहर जारी, उज्जैन में 16 जान लेने के बाद अब मोरैना में शराब माफियाओं ने लोगों की जान ली। शिवराज जी, शराब माफिया आखिर कब तक यूं ही लोगों की जान लेते रहेंगे? सरकार बीमार लोगों का समुचित इलाज करवाये और पीड़ित परिवारों की हरसंभव मदद करे.

वहीं भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने मुरैना की घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि, "मेरा माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आग्रह है कि जिस तरह प्रदेश में माफियाओं के खिलाफ आंदोलन चल रहा है, वैसे ही शराब का अवैध व्यापार करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जाए। ऐसे अपराधियों को मध्य प्रदेश से उखाड़ फेंकने की जरूरत है.