Renowned Classical Singer Prabha Atre Passes Away at 91: मशहूर शास्त्रीय गायिका, लेखिका, संगीतकार और शोधकर्ता प्रभा आत्रे का शनिवार का निधन हो गया. पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि आत्रे 91 वर्ष की थीं और आज सुबह उन्होंने सांस लेने में कुछ तकलीफ की शिकायत की थी, लेकिन सुबह एक निजी अस्पताल ले जाते समय हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया. उन्हें भारत सरकार की ओर से तीनों पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था.
डॉ. अत्रे के परिवार के कुछ लोग विदेश में रहते हैं. इसलिए उनके आने के बाद ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. डॉ. अत्रे का जन्म 13 सितंबर 1932 को हुआ था. वो सिर्फ शास्त्रीय गायिका ही नहीं, बल्कि एक रिसर्चर, संगीतकार और राइटर भी थीं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल रमेश बैस, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष शरद पवार और विभिन्न क्षेत्रों के अन्य प्रमुख हस्तियों ने आत्रे के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
Dr. Prabha Atre Ji was a luminary of Indian classical music, whose work was admired not just in India but across the globe. Her life was a symphony of excellence and dedication. Her efforts have greatly enriched our cultural fabric. Pained by her demise. Condolences to her family… pic.twitter.com/9rLNa8opOm
— Narendra Modi (@narendramodi) January 13, 2024
किराना घराना संगीत शैली की एक महत्वपूर्ण हस्ती, आत्रे को 1990 में पद्मश्री, 2002 में पद्म भूषण और 2022 में पद्म विभूषण सहित कई अन्य राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित किया गया था. एक प्रशंसित शास्त्रीय गायिका, वह खयाल, ठुमरी, ग़ज़ल, दादरी, भजन और नाट्यसंगीत के गायन में उत्कृष्ट थीं, संगीत पर किताबें लिखने के अलावा, संगीत की दुनिया को नए राग देने का श्रेय भी उन्हें जाता है.
आत्रे ने संगीत रचना पर किताबें लिखी थीं - 'स्वरंगिनी' और 'स्वर्णजनी', उन्हें 'अपूर्व कल्याण', 'मधुर कौंस', 'दरबारी कौंस', 'पटदीप-मल्हार', 'शिव काली', 'तिलंग-भैरव' और 'रवि भैरव' जैसे नए रागों का श्रेय उन्हें दिया जाता है.
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि वह महान हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायिका प्रभा आत्रेजी के असामयिक निधन से दुखी हैं, जो एक बहुमुखी व्यक्तित्व थीं, उन्होंने एक विद्वान, संगीतकार, कलाकार और लेखिका के रूप में उत्कृष्टता प्राप्त की. राष्ट्रपति ने कहा- "उन्होंने किराना घराना को एक नया आयाम दिया और भारतीय शास्त्रीय संगीत को दुनिया तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई,"
प्रधान मंत्री मोदी ने दुख व्यक्त करते हुए आत्रे को "भारतीय शास्त्रीय संगीत का एक प्रकाश स्तंभ" बताया, जिनका काम न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में प्रशंसित था. पीएम मोदी ने कहा- उनका जीवन उत्कृष्टता और समर्पण का एक सिंफनी था. उनके प्रयासों ने हमारे सांस्कृतिक ताने-बाने को बहुत समृद्ध किया है."