Sushant Singh Rajput: सुशांत सिंह राजपूत को सिर्फ निशाना बनाया जा रहा : दोस्त युवराज एस. सिंह
अभिनेता युवराज एस. सिंह ने इस दावे को खारिज कर दिया है कि उनके दोस्त दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स के आदी थे. उनका कहना है कि सुशांत को निशाना बनाया जा रहा है. युवराज ने आईएएनएस को बताया, "हमने एक साथ इतने सारे ऑडिशन दिए. मेरे पास उनके बारे में बहुत सारी यादें हैं.
अभिनेता युवराज एस. सिंह ( Yuvraj S. Singh) ने इस दावे को खारिज कर दिया है कि उनके दोस्त दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) ड्रग्स के आदी थे. उनका कहना है कि सुशांत को निशाना बनाया जा रहा है. युवराज ने आईएएनएस को बताया, "हमने एक साथ इतने सारे ऑडिशन दिए. मेरे पास उनके बारे में बहुत सारी यादें हैं. हम हर दिन किसी न किसी ऑडिशन के लिए मिलते थे. यहां तक कि हम एक-दूसरे को जानते थे."
युवराज ने सुशांत की छवि जिस तरह से चित्रित की जा रही है, उसके बारे में बात करते हुए कहा, "मैं यह सब सुनकर काफी हैरान हूं. इन सभी ड्रग्स के सिद्धांतों (ड्रग्स थ्योरीज) को सुनकर काफी आश्चर्य में हूं कि उन्हें जीवित रहने के लिए ड्रग्स की जरूरत थी या वह इसके बिना रह ही नहीं सकते थे. यह हजम करना थोड़ा मुश्किल है. जब आप मामले को देखते हैं कि यह किस तरह से चल रहा है और इन चीजों की योजना कैसे बनाई जा रही है.., उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. इस बात से कोई इनकार नहीं किया जा सकता है कि लोग उन्हें पैसे के लिए निशाना बना रहे थे और वे उन्हें शायद निवेश और अपनी परियोजनाओं के लिए निशाना बना रहे थे." युवराज ने कहा, "वह कभी भी अवसाद (डिप्रेशन) में रहने जैसे व्यक्ति की तरह नहीं लगते थे." यह पूछे जाने पर कि आखिरी बार उनकी सुशांत से कब बातचीत हुई थी, युवराज ने कहा, "मेरे साथ उनकी लगभग आठ महीने पहले एक चैट हुई थी, यह वह वक्त था जब 'छिछोरे' रिलीज हुई थी." यह भी पढ़े: Sushant Singh Rajput Death Case: NCB की बड़ी कार्रवाई, मुंबई, गोवा से 6 और लोगों को किया गिरफ्तार
इस साल 14 जून को सुशांत मुंबई के अपने घर में मृत पाए गए थे. उस समय मुंबई पुलिस ने निष्कर्ष निकाला था कि यह आत्महत्या का मामला है. हालांकि सुशांत के परिवार की ओर से उनकी प्रेमिका रहीं रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार पर सुशांत की मौत को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए गए, जिसके बाद अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा मामले की जा रही है.