कोरोना के चलते लालबाग गणेशोत्सव न मनाने के फैसले का रवीना टंडन ने किया स्वागत, लिखा- बाप्पा का अगले साल तक इंतजार रहेगा
कोरोना वायरस का असर अब त्योहारों पर भी पड़ता दिखाई दे रहा है. मुंबई में जल्द ही गणेशोत्सव का त्योहार मनाया जाएगा और ऐसे में राज्य सरकार ने इसे लेकर चिंता व्यक्त करते हुए आग्रह किया था कि इस बार 4 फीट से बड़ी मूर्ति न लाएं और सावधानी के साथ इस फेस्टिवल को सेलिब्रेट करें.
कोरोना वायरस (Coronavirus) का असर अब त्योहारों पर भी पड़ता दिखाई दे रहा है. मुंबई में जल्द ही गणेशोत्सव (Ganeshotsav) का त्योहार मनाया जाएगा और ऐसे में राज्य सरकार ने इसे लेकर चिंता व्यक्त करते हुए आग्रह किया था कि इस बार 4 फीट से बड़ी मूर्ति न लाएं और सावधानी के साथ इस फेस्टिवल को सेलिब्रेट करें. अब मुंबई के मशहूर लालबाग गणपति मंडल (Lalbaug Ganpati Mandal) ने लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया है कि इस वर्ष वें इस त्योहार को नहीं मनाएंगे. इस फैसले से लोग दुखी हैं लेकिन मौजूदा हालत को ध्यान में रखते हुए इसका समर्थन भी कर रहे हैं.
बॉलीवुड एक्ट्रेस रवीना टंडन (Raveena Tandon) ने भी आज मंडल के इस फैसले का तहे दिल से स्वागत किया है. रवीना ने ट्विटर पर लिखा, "इस बदलाव का और सोच का स्वागत है! भले ही ये अस्थाई है! अगले साल तक पूरे प्रेम और सम्मान के साथ इनका इंतजार रहेगा. उनकी जगह बाप्पा की एक छोटी इको-फ्रेंडली मूर्ति रखकर पूजा की जानी चाहिए और उनका आशीर्वाद हमपर बना रहेगा! #लालबागचाराजातूजल्दीआ."
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आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र सरकार ने चेताया था कि गणेशोत्सव के मौके पर पंडालों में भारी तादाद में लोग दर्शन करने पहूंचते हैं और मूर्ती की ऊंचाई 4 फीट से ज्यादा न हो. सरकार के इस फैसले के बाद कई पंडालों ने दो मूर्ति बनाने का फैसला किया है जहां छोटी मूर्ति की पूजा की जाएगी.
अब क्योंकि लालबाग में एक ही मूर्ती रही है इसलिए पूजा भी उसी की करनी होगी. इसे लेकर मंडल के समीति सदस्यों ने चर्चा की जिसके बाद ये निर्णय लिया गया कि मूर्ति की लंबाई कम नहीं की जा सकती. इसलिए इस बार न मूर्ती होगी और ना ही विसर्जन.
मंडल ने फैसला लिया है कि इस वर्ष इस त्यौहार को वें आरोग्य उत्सव के रूप में मनाएंगे जहां कोरोना से राहत कार्य के लिए मदद की जाएगी. इसी के साथ कोरोना से जंग हारने वाले पुलिसकर्मियों के परिवार वालों की भी मदद की जाएगी.