HIT-The First Case Review: राजकुमार राव हैं फिल्म की जान, तमाम सरप्राइज के बाद उलझी कहानी मजा करती है किरकिरा
राजकुमार राव (Photo Credits: Instagram)

HIT-The First Case Review: राजकुमार राव ने हमेशा अपनी एक्टिंग से दर्शकों को चौंकाया है. जब उनकी आगामी सस्पेंस थ्रिलर फिल्म हिट-द फर्स्ट केस का ट्रेलर रिलीज हुआ तो दर्शकों को इस फिल्म से काफी उम्मीदें जुड़ गई थीं. यह फिल्म तमिल हिट फिल्म का हिंदी रीमेक है जो साल 2020 में रिलीज हुई थी. अब राजकुमार राव (Rajkummar Rao) की सस्पेंस और थ्रिल से भरी यह फिल्म रिलीज हो चुकी है, और राजकुमार एक बार फिर अपनी दमदार परफॉर्मेंस से आपका दिल जीतने वाले हैं. सैलेश कोलानू (Sailesh Kolanu) द्वारा डायरेक्टेड इस फिल्म में दंगल गर्ल सान्या मल्होत्रा (Sanya Malhotra) पुलिस ऑफ़िसर के साथ साथ राजकुमार राव की लव इंट्रेस्ट का किरदार भी प्ले कर रही हैं. एक्टिंग के मामले में फिल्म दमदार है. पर तमाम सरप्राइज के बावजूद भी उलझी कहानी मजा किरकिरा करती है.

कहानी शुरू होती है पुलिस ऑफिसर विक्रम जयसिंह (राजकुमार राव) से जो बेहोशी से उठते हैं और अपने सामने किसी अपने को बचाने के लिए चीखते चिल्लाते हैं. पर बचा नहीं पाते. यह हादसा उन्हें अंदर से खोखला कर देता है. उनकी गर्लफ्रेंड नेहा (सान्या मल्होत्रा) और उनका अच्छा चाहने वाले उन्हे जॉब छोड़ने के लिए कहते हैं ताकि हेल्थ सुधर सके. विक्रम गुस्सा होकर लंबी छुट्टी ले लेता है, पर कुछ समय बाद वापस ड्यूटी ज्वाइन करनी पड़ जाती है, क्योंकि नेहा मिसिंग है. विक्रम को नेहा का केस सॉल्व करने तो नहीं मिलता पर प्रीती का केस मिलता है, जो जयपुर टोलनाका से लापता है. जिसे विक्रम नेहा के केस से जोड़कर देखने लग जाता है. अब यह गुत्थी सुलझने के बजाय उलझती चली जाती है. मैं कोई स्पोइलर्स नहीं देना चाहता, इसलिए यहां पर स्टोरी बताना बंद करता हूं.

फिल्म को सैलेश कोलानू ने डायरेक्ट किया है. कई जगह पर तो उनका डायरेक्शन मजबूत रहा पर वहीं बीच बीच में फीका पड़ता भी नजर आया, जिसके कारण फिल्म से इंट्रेस्ट खोने लग जाता है. कहानी का बार बार उलझना बोझिल और सिर दर्द बन जाता है.

एक्टिंग की बात करें तो राजकुमार ने एक संजीदा पुलिस ऑफिसर का किरदार बखूभी निभाया है. कई बार तो उनकी एक्टिंग आपको हैरान कर देगी. पर यह सच है, एक्टिंग के मामले में राजकुमार का कोई तोड़ नहीं है. सान्या मल्होत्रा के पास ज्यादा करने के लिए कुछ नहीं था, पर जितना था उन्होने परफेक्टली किया है. बाकी की सपोर्टिंग कास्ट चाहे वह दलिप ताहिल रहे हों या मिलिंद गुनाजी सभी ने अपने अपने किरदार को बखूबी निभाया है.

फिल्म की सबसे खास बात बेमतलब के गानों को जगह नहीं दी गई है. बैकग्राउंड म्यूजिक स्थिति के अनुसार परफेक्ट बैठा है, पर बैकग्राउंड म्यूजिक में और भी काम किया जा सकता था.

अगर आप सस्पेंस थ्रिलर फिल्मों के शौकीन हैं और साथ ही राजकुमार राव के फैन हैं तो आपको यह फिल्म देखनी चाहिए. अगर ऐसा नहीं है तो कुछ दिन इंतजार करो यह फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर देखने मिल जायेगी.

रेटिंग्स: 2.5/5