जब फिल्म 'पीहू' का ट्रेलर रिलीज किया गया था, तब से ही दर्शकों में इस फिल्म को देखने के लिए काफी उत्सुकता बनी हुई थी. इस शुक्रवार यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. हम आपके लिए इस फिल्म का रिव्यू लेकर आए हैं. यह फिल्म 2 साल की एक बच्ची पीहू की कहानी है, जो अपने घर में अकेले फंस जाती है. उसकी मां आत्महत्या कर लेती हैं और उसके पिता भी घर में नहीं होते हैं. फिर उस बच्ची के साथ घर में जिस तरह की घटनाएं होती हैं, उन्हें देखकर आपकी सांसे थम जाएंगी. फिल्म देखते वक्त स्कीन से नजरें हटाना मुश्किल साबित होता है. 'पीहू' एक सच्ची घटना पर आधारित है और फिल्म को देखकर भी यह लगता है कि ऐसा सच में हो सकता है.
बाल कलाकार मायरा का अभिनय काबिले तारीफ है. उनकी एक्टिंग काफी नैचुरल लगती है. कुछ दृश्यों में वह अपनी क्यूटनेस द्वारा आपके चेहरे पर मुस्कान लाने में सफल होगी. कुछ सीन्स ऐसे भी हैं जिन्हें देखते वक्त काफी डर लगता है. विनोद कापड़ी का निर्देशन दमदार है. इस फिल्म में कोई डरावने सीन्स नहीं हैं लेकिन एक डर आपके मन में पूरी फिल्म के दौरान बना रहेगा कि कही पीहू को कुछ हो न जाए. साथ ही कुछ सीन्स को देखकर आपकी आंखें भी नम हो सकती हैं.
फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर काफी बढ़िया है. फिल्म की पेस को बरकरार रखने में बैकग्राउंड स्कोर का इस्तेमाल बेहतरीन तरीके से किया गया है. कुछ लोगों को इस फिल्म की रफ़्तार थोड़ी स्लो भी लग सकती है.
फिल्म की खूबियां:-
1. दमदार कहानी
2.पीहू का शानदार अभिनय
3. बेहतरीन निर्देशन
4. बढ़िया बैकग्राउंड स्कोर
फिल्म की खामी:-
1. कई जगहों पर शायद दर्शकों को इस फिल्म की रफ्तार थोड़ी धीमी लगे.
हम आपको फिल्म 'पीहू' को देखने की नसीहत जरुर देंगे. अगर 90 मिनट की इस छोटी फिल्म में आप अपना पैसा निवेश करते हैं, तो हम इतना तो जरुर कह सकते हैं कि आपको पछताना नहीं पड़ेगा. इस फिल्म को हम 3.5 स्टार्स देना चाहेंगे.