बॉलीवुड अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) ने अपने संघर्षो के दिनों को याद करते हुए कहा कि इससे उन्हें आज मिली सारी सफलता हासिल करने में मदद मिली है. नवाजुद्दीन ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1999 में प्रदर्शित फिल्म 'सरफरोश' में एक दृश्य के साथ की थी. 2012 की अनुराग कश्यप की 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' से अभिनेता काफी लोकप्रिय हुए. आज नवाजुद्दीन को हिंदी सिनेमा के सबसे बेहतरीन अभिनेताओं में से एक के रूप में जाना जाता है.
हिंदी सिनेमा के बारे में बात करते हुए नवाजुद्दीन ने आईएएनएस को बताया, "अपने कॅरियर के सफर में मैंने 12 साल संघर्ष किया. आखिरकार, मैंने छोटी भूमिकाएं करना शुरू कर दी थीं. भगवान का शुक्र है कि 2012 में 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'कहानी', 'तलाश' और अन्य फिल्में रिलीज हुईं, जिससे मेरी यात्रा बिल्कुल बदल गई." यह भी पढ़े: Nawazuddin Siddiqui on OTT Platforms: भारत में ओटीटी के भविष्य को लेकर आशान्वित नहीं हूं: नवाजुद्दीन सिद्दीकी
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उन्होंने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा, "शुरुआत में काफी उतार-चढ़ाव थे. संघर्षो के समय को भुलाया नहीं जा सकता. मैंने उस समय बहुत कुछ सीखा. मुझे उस वक्त बहुत सारी चीजों का अनुभव हुआ और इसने आज मेरी मदद की है." नवाजुद्दीन ने कहा कि आदमी बुरे वक्त से भी सीख सकता है. उन्होंने उस समय से बहुत कुछ सीखा है, जो उनकी आज भी मदद कर रहा है." 2020 में अभिनेता ने ओटीटी-रिलीज फिल्म 'रात अकेली है' और 'सीरियस मैन' में काम किया.