नई दिल्ली: व्हाट्सएप पर हुई बातों के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हमले झेल रहे लेखक चेतन भगत ने बुधवार को कहा कि उन पर हमला किया जा रहा है और इल्जाम लगाया जा रहा है. चार पन्नों के अपने विस्तृत बयान में चेतन भगत ने कहा, "मैं आपको बताना चाहता हूं कि मुझे कष्ट हो रहा है, क्योंकि मेरा नाम फालतू की बातों में घसीटा जा रहा है, और मेरे परिवार का और मेरा उत्पीड़न किया जा रहा है. 'मी टू' अभियान की आड़ में मुझ पर हमले हो रहे हैं और मुझे परेशान किया जा रहा है. मैं उत्पीड़क नहीं हूं, न कभी था और न कभी रहूंगा."
बेस्टसेलिंग लेखक भगत की हालिया किताब 'द गर्ल इन रूम 105' मंगलवार को रिलीज हुई. भगत ने कहा कि वे स्क्रीनशॉट्स मजाकिया, लेकिन दोस्ताना और शालीन बातचीत के थे. उन्होंने कहा कि ऐसे आधारहीन आरोपों से उनकी पत्नी, 70 वर्षीय मां, उनके ससुराल पक्ष के लोग और उनके किशोर आयु के जुड़वा बेटों पर प्रभाव पड़ा है. उन्होंने कहा, "सभी लोग अपने-अपने स्तर पर परेशान हैं."
उन्होंने कहा कि 'मी टू' अभियान से कुछ सकारात्मक बदलाव आएगा. उन्होंने कहा, "मैंने अपनी नई किताब का प्रचार भी रोक दिया, जिसके लिए मैंने प्रतिदिन काम किया, और सालों तक काम किया. जीवन में पहली बार लांच के दिन मैं अपनी किताब के पाठकों को धन्यवाद नहीं बोल पाया. सोशल मीडिया पर मुझे प्रतिदिन सैकड़ों संदेशों में बधाई दी जा रही है." भगत ने कहा कि 'मी टू' अभियान के अच्छे पहलू हैं और सही शिकायतों के साथ कुछ अच्छे लोग भी हैं.
उन्होंने कहा, "मैं उनके साथ हूं. हालांकि अभियान पहले ही बुरा रूप ले चुका है और अगर लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया तो सही लोगों को परेशानी होगी."