नब्बे के दशक में नवोदित फिल्मकार राजकुमार संतोषी (Rajkumar Santoshi) ने फिल्म 'घायल' (Ghayal) बनाने के लिए कई निर्माताओं से मुलाकात की थी. हालांकि किसी ने सनी देओल (Sunny Deol) स्टारर इस फिल्म को बनाने में उत्सुकता नहीं दिखाई, तब आखिर में धमेंद्र (Dharmendra) ही इस फिल्म के प्रोड्यूसर बने.
फिल्म बनी, 22 जून, 1990 को रिलीज हुई और सुपरहिट भी हुई. इतना ही नहीं सनी को संयुक्त रूप से पंकज कपूर और दक्षिण भारतीय अभिनेत्री जयाभारती के साथ राष्ट्रीय पुरस्कार (स्पेशल जूरी अवार्ड) भी दिया गया.
आईएएनएस के साथ बातचीत में सनी ने 'घायल' फिल्म की यादें ताजा कीं. उन्होंने बताया, "राज निर्देशक के रूप में शुरुआत करने वाले थे. उन्होंने मुझे कहानी सुनाई, मुझे कहानी पसंद आई और मैंने उसे बनाने का वादा किया. जाहिर है, राज एक नए निर्देशक थे, इसलिए निर्माता खोजना एक टास्क था. हम कई निर्माताओं के पास गए, सबने कहा 'ये पिक्चर मत बनाओ, नहीं चलेगी.' आखिरकार, मैं अपने पिता के पास गया." यह भी पढ़े: करण देओल की डेब्यू फिल्म हुई फ्लॉप अब पापा सनी देओल इस फिल्म में करने जा रहे हैं कास्ट
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अभिनेता ने आगे कहा, "मेरे पिता को कहानी अच्छी लगी और उन्होंने फिल्म बनाने का फैसला किया. पापा ने हम पर विश्वास दिखाया और हमने कड़ी मेहनत की." फिल्म रिलीज के पहले स्क्रीनिंग के दिन को याद करके हंसते हुए सनी ने बताया, "स्क्रीनिंग के समय मैं और राज बहुत घबराए थे. जब लोग स्क्रीनिंग से बाहर निकलने लगे और हमसे मिलने आने वाले थे मैंने राज से कहा 'ठीक है, अब बन गया है, बदल तो नहीं सकते. फेल हो गए तो आगे से ऐसी फिल्म नहीं बनाएंगे और क्या'."
हालांकि यह फिल्म बहुत बड़ी हिट रही और उस साल बॉक्स ऑफिस पर सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म बनी. 'घायल' में सनी के साथ मीनाक्षी शेषाद्री, राज बब्बर, मौसमी चटर्जी और अमरीश पुरी थे. बाद में सनी और निर्देशक संतोषी ने कई फिल्मों में साथ काम किया, जिसमें 'दामिनी' और 'घातक' भी शामिल हैं.