कहीं दूर जब दिन ढल जाए' और 'जिंदगी कैसी है पहेली' जैसे सदाबहार गीत लिखने वाले जानेमाने लिरिसिस्ट (Lyricist) योगेश गौर (Yogesh Gaur) का आज निधन हो गया. शुक्रवार को इस मशहूर गीतकार ने 77 की उम्र में अंतिम सांस ली. उनके निधन से बॉलीवुड में शोक की लहर उमड़ पड़ी है. योगेश ने कई सुपरहिट गानों में गीतों के बोल लिखे है. उन्होंने राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) की सुपर डुपर हिट फिल्म 'आनंद' में गीत के बोल लिखे थे. "कहीं दूर जब दीन ढल जाय" और "जिंदगी कैसी है पहेली" जैसे गीतों से उन्हें नई पहचान मिली दी. उन्होंने बॉलीवुड में कई सुपरहिट गीत के बोल लिखे थे.
योगेश गौर के निधन की खबर पॉप्युलर सिंगर लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने ट्विटर के माध्यम से ट्वीट कर दी. लता ने ट्वीट करते हुए लिखा, "मुझे अभी पता चला है की दिल को छु देने वाले गीतकार कवि योगेश जी का आज स्वर्गवास हो गया. योगेश जी के कई गीत मैंने गाए. योगेशजी बहुत शांत और मधुर स्वभाव के इंसान थे. मैं उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पण करती हूं." लता ने ट्विटर के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पण की.
Mujhe abhi pata chala ki dil ko chunewale geet likhnewale kavi Yogesh ji ka aaj swargwas hua. Ye sunke mujhe bahut dukh hua.Yogesh ji ke likhe kai geet maine gaaye. Yogesh ji bahut shaant aur madhur swabhav ke insan the. Main unko vinamra shraddhanjali arpan karti hun.
— Lata Mangeshkar (@mangeshkarlata) May 29, 2020
योगेश को फिल्म सखी रॉबिन (1962) के साथ गीतकार के रूप में पहला ब्रेक मिला था, जिसमें उन्होंने छह गीत लिखे थे.