हिंदी फिल्म इंडस्ट्री (Hindi Film Industry) में हर साल दर्जनों फ़िल्में बनती हैं. जो दर्शकों एंटरटेन करती रहती हैं. लेकिन कई बार मेकर्स दर्शकों को रियल सिनेमा का अनुभव देने के चक्कर में ऐसी फ़िल्में बना जाते हैं जिसे देखकर सेंसर बोर्ड (Censor Board) भी घबरा जाता है. ऐसे में इन फिल्मों को रिलीज करने की अनुमति नहीं मिल पाती. कभी विवादित कंटेंट के चलते तो कभी बोल्ड सीन्स के कारण कई फिल्में रही हैं जो थियेटर का मुंह नहीं देख सकी. ऐसे में हम बॉलीवुड की उन 5 फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं. जो अपने बोल्ड और विवादित सीन के चलते सिनेमाघरों में रिलीज नहीं पाई.
तो चलिए नजर डालते है उन फिल्मों की लिस्ट पर जो बोल्ड कंटेंट के चलते रिलीज नहीं हो सकी.
अनफ्रीडम
साल 2015 में रिलीज को तैयार अमित कुमार की फिल्म अनफ्रीडम को जब सेंसर बोर्ड ने देखा तो हैरान रह गया. फिल्म में मौजूद विवादित सीन्स और दो बेबाक महिलाओं के बीच सेक्स संबंध पर बनी इस फिल्म बोर्ड ने खतरा मानते हुए इस रिलीज करने की अनुमति नहीं दी. जिसके चलते ये फिल्म सिनेमाघरों तक नहीं पहुंच सकी. इस फिल्म को यूट्यूब पर देखा जा सकता है.
सिन्स
केरला एक प्रीस्ट की इरोटिक जर्नी पर बनी फिल्म में कई बोल्ड सीन्स की भरमार रही. फिल्म की कहानी में ईसाई प्रीस्ट महिला के प्यार में पड़ जाता है. जिसके चलते ईसाई धर्म के लोग नाराज हो गए और फिल्म के खिलाफ विरोध देखा गया. जिसके बाद बोर्ड ने इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी.
पांच
अनुराग कश्यप की फिल्म पांच भी अपने बोल्ड कंटेंट के चलते सेंसर बोर्ड के निशाने पर आ गई. फिल्म की कहानी और भाषा को समाज के लिए खतरा माना गया. ये एक क्राइम एडल्ट फिल्म थी जिसे सिनेमाघरों रिलीज होने रोक दिया गया.
ऊर्फ प्रोफेसर
पंकज आडवाणी की फिल्म ऊर्फ प्रोफेसर भी अपने बोल्ड कंटेंट और भाषा के चलते सेंसर बोर्ड के हथे चढ़ गई. फिल्म में मनोज पाहवा, अंतरा माली और शर्मन जोशी मुख्य किरदार में थे. ये एक ब्लैक कॉमेडी फिल्म थी.
कामसूत्र 3डी
डायरेक्टर रूपेश पॉल ने निर्देशन में बनी फिल्म कामसूत्र 3डी में जमकर बोल्ड सीन्स की भरमार थी. फिल्म में मौजूद उत्तेजक सीन्स के चलते सेंसर बोर्ड ने फिल्म को हरी झंडी नहीं दी. इस फिल्म में शर्लिन चोपड़ा थी बाद में उन्हें हटाकर सायरा खान को ले लिया गया था.