दिल्ली की एक अदालत ने बीते दिनों उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा में कठोर यूएपीए कानून (UPA Act) के तहत गिरफ्तार जामिया समन्वय समिति (जेसीसी) की सदस्य सफूरा जरगर (Safoora Zargar) की जमानत याचिका को खारिज कर दी थी. अदालत ने ये कहकर उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी कि जब आप अंगारे के साथ खेलते हैं, तो चिंगारी से आग भड़कने के लिए हवा को दोष नहीं दे सकते. इसे लेकर अब बॉलीवुड एक्टर अली फजल (Ali Fazal) ने ट्विटर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से गुहार लगाई है.
अली फजल ने पीएम मोदी (PM Modi) को ट्वीट करते हुए लिखा, "नरेंद्र मोदी सर, जेल में एक गर्भवती महिला पड़ी है (नाम- सफूरा जरगर). उसके भीतर एक जीव पल रहा है. मेरा आपसे अनुरोध है कि इस मुश्किल समय में उनकी परिस्थिति पर पुनःविचार करें. शायद आइसोलेशन में रख कर? इस देश की माएं आपके फैसले से सुरक्षित महसूस करेंगी. जय हिंद."
Sir, @narendramodi there is a pregnant woman lying in jail {name- Safoora Zargar}.She carries life inside her. I urge you to reconsider her living conditions during this crises. Maybe placed in isolation?The mothers of the country will feel safe with your decision #JaiHind
— Ali Fazal M / میر علی فضل / अली (@alifazal9) June 5, 2020
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आपको बता दें कि इस मामले को लेकर अदालत ने कहा कि दिल्ली हिंसा (Delhi Violence) की साजिश में सफूरा भी शामिल थी. सफूरा के वकील ने अदालत से अनुरोध किया कि उन्हें मानवीय आधार पर जमानत दे दी जाए क्योंकि वो 21 हफ्ते की गर्भवती हैं और उन्हें पॉली सिस्टिक ओवरियन डिसऑर्डर (PCOD) है.
इसी के साथ उनके वकील ने इस बात पर भी इशारा किया कि कोरोना महामारी के चलते जेल में उनकी हालत बिगड़ती जा रही है. दिल्ली के तीन जेलों के कैदी कोरोना वायरस से पीड़ित हैं. इसके बाद न्यायधीश ने उन्हें जमनात देने से इनकार करते हुए तिहाड़ जेल के अधीक्षक से उन्हें चिकित्सकीय मदद और अन्य जरुरी सुविधा मुहैया कराने को कहा.