Exclusive - Aadil Khan ने ‘Shikara’ के बाद छोड़ी RJ की नौकरी और उसी वक्त शुरु हुआ Corona का कहर, मुश्किल हालात में भी दिखाई 'शूरवीर'ता!
शूरवीर एक्टर आदिल खान मध्य प्रदेश के शहर भोपाल से ताल्लुख रखते हैं. इनका कोई फिल्मी बैकग्राउंड नहीं रहा है, बस अपनी कड़ी मेहनत और काम के प्रति सच्ची लगन और विश्वास को लेकर भोपाल से मुंबई चले आए.
शिकारा और स्पेशल ऑप्स में अपनी बेहतरीन अदाकारी का परिचय दे चुके आदिल खान (Aadil Khan) अब शूरवीर (Shoorveer) लेकर आ गए हैं. इस मिलिट्री ड्रामा एक्शन सीरीज में वे एयरफोर्स ऑफिसर सलीम कमाली का किरदार निभा रहे हैं. दुश्मन घर पर घुस चुका है और उसे खदेड़ने की बारी है इनकी और इनकी टीम की. यह शो आज से डिज्नी प्लस हॉटस्टार स्ट्रीम होने लग गया है.
आदिल खान मध्य प्रदेश के शहर भोपाल से ताल्लुख रखते हैं. इनका कोई फिल्मी बैकग्राउंड नहीं रहा है, बस अपनी कड़ी मेहनत, काम के प्रति सच्ची लगन और अडिग विश्वास को लेकर भोपाल से मुंबई चले आए. पर आज जहां इन्हें इतने अच्छे अच्छे रोल ऑफर हो रहे हैं, इसके पीछे इनका कड़ा स्ट्रगल भी रहा है. शिकारा फिल्म मिलने के बाद आरजे की नौकरी छोड़ दी और उसके बाद आया कोरोना का कहर, हालात को समझना इनके लिए हो गया था मुश्किल. लेटेस्टली हिंदी से खास बातचीत में आदिल खान ने इस बात का खुलासा किया है, कि उन्होंने इस दौर का कैसे सामना किया और आखिर में उन्हें इसे सहन करनी की हिम्मत कहां से मिली.
भोपाल टू मुंबई
आदिल खान ने कहा, मेरा कोई भी फिल्मी बैकग्राउंड नहीं है.यही कारण भी है कि जिसके चलते मेरी जर्नी थोड़ा दिलचस्प भी बनीं. जो भी चीज आसान होती है, उसमें उतना मजा भी नहीं आता. मैं भोपाल से मुंबई आया और यहां पर एक रेडियो जॉकी का जॉब शुरु किया. उसके बाद मेरी किस्मत में आई फिल्म शिकारा. पर कुछ टाइम बाद लॉकडाउन हो गया.
लॉकडाउन का कहर
लॉकडाउन में पूरी इंडस्ट्री बंद हो गई. तब तक मैंने नौकरी भी छोड़ दी थी. इडस्ट्री भी बंद हो गई थी. अब मैं घर पर बैठ गया था. समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करूं. फिर फायनली जब लॉकडाउन खुला और काम चालू हुआ. स्पेशल ऑप्स मिला, और स्पेशल ऑप्स के बाद शूरवीर किया और अभी आगे भी कुछ प्रोजेक्ट आने वाले हैं वह सब भी किए हैं.
भरोसा कभी नहीं खोया
आदिल ने आगे कहा, निश्चित रूप से इन सबके पीछे मेरा एक बड़ा सट्रगल रहा है. पर हां मैंने कितना भी बुरा दौर देखा हो भरोसा कभी नहीं खोया. मुझे पूरा भरोसा था कि अभी हालाज ऐसे हैं, पर कुछ तो होगा, समय की चाल बदलेगी.उसी भरोसे के बदोलात अब जिंदगी काफी अच्छी चल रही है. ईश्वर काफी दयालु हैं मेरे प्रति, माता-पिता की दुआएं भी हमेशा साथ हैं.
भोपाल की पट्टियों पर पिया करते थे चाय
इमोशनल होते हुए आदिल ने अपनी बात इस मुद्दे पर समाप्त करते हुए कहा, एक वक्त था जब भोपाल की पट्टियों पर बैठकर चाय पिया करते थे, और अब ऐसा हो गया है कि आप इंटरव्यू ले रहे हैं. यह बहुत अच्छी फीलिंग है.