बेंगलुरु, 15 जून, स्मृतिलोप (आटिस्टिक) से पीड़ित अपनी साढ़े तीन साल की बेटी की कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या करने के बाद 35 वर्षीय एक महिला ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि महिला की जुड़वा बेटियां थीं, दोनों ही स्मृतिलोप से पीड़ित हैं। उन्होंने बताया कि एक में यह समस्या कुछ कम जबकि दूसरी बच्ची इससे अत्यधिक पीड़ित थी।
बताया जा रहा है कि गंभीर स्मृतिलोप लक्षण वाली बेटी के भविष्य को लेकर चिंतित मां ने उसकी हत्या कर दी।
पुलिस के अनुसार, महिला ने बृहस्पतिवार को अपनी पुत्री की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद उसने सुब्रमण्य नगर पुलिस थाने में आत्मसमर्पण कर दिया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘पूछताछ के दौरान महिला ने बताया कि वह चिंतित थी कि उसकी पुत्री इस हालत में कैसे जीवन यापन करेगी और इसलिए उसने अपनी बेटी की हत्या करने का निर्णय लिया। उसने यह भी दावा किया कि वह पिछले कुछ महीनों से अवसाद में थी और हताशा के कारण उसने अपनी बेटी की हत्या कर दी।’’
हत्या का मामला दर्ज कर महिला को गिरफ्तार किया गया और अदालत से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है, महिला का पति विदेश में कार्य करता है।
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