अहमदाबाद, 17 जनवरी इंग्लैंड लायंस के क्रिकेटरों ने सलामी बल्लेबाज कीटोन जेनिंग्स की अगुआई में ‘बाजबॉल’ तरीके से खेलते हुए भारत ‘ए’ गेंदबाजों के खिलाफ चार दिवसीय अनौपचारिक टेस्ट के शुरूआती दिन महज 82 ओवर में तीन विकेट पर 382 रन बना दिये।
जेनिंग्स ने 188 गेंद में 20 चौके और दो छक्के की मदद से 154 रन जड़े तथा एलेक्स लीस (91 गेंद में 73 रन) के साथ पहले विकेट के लिए 157 रन और फिर कप्तान जोश बोहानन (नाबाद 93 रन) के साथ 127 रन की भागीदारी निभायी।
जेनिंग्स ने पांच साल पहले इंग्लैंड के लिए अंतिम टेस्ट मैच खेला था। उन्होंने भारत के घरेलू गेंदबाजों की बखिया उधेड़ी। नवदीप सैनी (14 ओवर में 72 रन) ने विकेट के दोनों ओर से रन गंवाये और नयी गेंद के साथी गेंदबाज विद्वथ कावेरप्पा (13 ओवर में 38 रन) की मेहनत पर पानी भी फेर दिया।
तीसरे तेज गेंदबाज तुषार देशपांडे सबसे खर्चीले रहे जिनकी रणनीति बुरी तरह फ्लॉप हुई जिससे उन्होंने 14 ओवर में 79 रन लुटा दिये।
भारत ए गेंदबाजों की सबसे खराब चीज यह रही कि पूरे दिन में उन्होंने केवल तीन ओवर मेडन डाले जिससे मैच देख रहे राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को भी निराशा हुई होगी कि दो विशेषज्ञ स्पिनर मानव सुथार और पुलकित नारंग ने शीर्ष तीन बल्लेबाजों को इच्छानुसार रन बनाने दिये।
बायें हाथ के स्पिनर सुथार ने हालांकि 18 ओवर में 85 रन देकर तीन विकेट झटके। ऑफ स्पिनर नारंग ने 21 ओवर में 97 रन लुटाये।
इन दोनों स्पिनरों ने 182 रन लुटाये और वे एक भी मेडन ओवर नहीं डाल से जिससे वे निश्चित रूप से शर्मसार होंगे।
तेज गेंदबाज सैनी और स्पिनर नारंग घरेलू सर्किट के अनुभवी हैं और कई वर्षों तक भारतीय टीम के नेट गेंदबाज भी रहे हैं। दोनों को हाल में वर्षों में कोई बड़ी घरेलू सफलता नहीं मिली है लेकिन अश्विन के बाद एक अच्छे दूसरे ऑफ स्पिनर की कमी के कारण ये बरकरार हैं।
दिन में डाले गये 82 ओवर में 46 चौके और तीन छक्के से यह स्पष्ट था कि इंग्लैंड की सीनियर पुरुष टीम के कोच ब्रैंडन मैकुलम की आक्रामक बल्लेबाजी की रणनीति (बाजबॉल) का अच्छी तरह अभ्यास किया जा रहा है।
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