नयी दिल्ली, 30 अक्टूबर कॉरपोरेट ऋण का आकार कम करने के अपने लक्ष्य के साथ आगे बढ़ते हुए पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस इस क्षेत्र का फिर से वित्तपोषण शुरू करने से पहले चूक के स्तर को कम करना चाहती है। कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) गिरीश कौसगी ने यह बात कही।
पंजाब नेशनल बैंक प्रवर्तित आवास ऋण कंपनी बीते कुछ वर्षों से अपने कॉरपोरेट ऋण को कम कर रही है और वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए उसने खुदरा क्षेत्र को प्राथमिकता देने की रणनीति अपनाई है।
चालू वित्त वर्ष की सितंबर, 2022 में खत्म दूसरी तिमाही में कंपनी की कॉरपोरेट ऋण में हिस्सेदारी घटकर 10 प्रतिशत या 5,708 करोड़ रुपये रह गई। खुदरा श्रेणी का कर्ज कंपनी द्वारा दिए गए कुल कर्ज का 90 प्रतिशत या 52,124 करोड़ रुपये है।
कंपनी की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (जीएनपीए) सितंबर तिमाही में 6.06 प्रतिशत रहीं। जबकि खुदरा क्षेत्र का जीएनपीए 3.39 प्रतिशत और कॉरपोरेट का 30.37 प्रतिशत रहा।
कौसगी ने कहा, ‘‘इसका मतलब प्रतिशत कम करने से नहीं बल्कि कॉरपोरेट ऋण में चूक कम करने से है। आज कॉरपोरेट ऋण का आकार 5,700 करोड़ रुपये है जो पोर्टफोलियो का 10 प्रतिशत से भी कम है। अभी और संभवत: अगली कुछ तिमाहियों में ध्यान खुदरा क्षेत्र पर होगा। कॉरपोरेट ऋण के मामलों में एक बार चूक में कमी आए जाए तो हम इस क्षेत्र के लिए वित्तपोषण फिर शुरू कर देंगे।’’
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कुल कर्ज में खुदरा की हिस्सेदारी 98 प्रतिशत या 6,992 करोड़ रुपये है जो एक साल पहले की तुलना में 54.4 प्रतिशत अधिक है। कॉरपोरेट क्षेत्र का ऋण 123 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले की तुलना में 48 प्रतिशत कम है।
आगामी तिमाहियों में वृद्धि को लेकर उम्मीद जताते हुए कौसगी ने कहा कि पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस की निगाह अब शीर्ष 20 बाजारों पर है।
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