देश की खबरें | चीन के सामने खड़े नहीं होंगे, लेकिन किसानों को धमकाते हैं मोदी : राहुल गांधी

पीलीबंगा (राजस्थान), 12 फरवरी चीन के साथ सीमा विवाद के संदर्भ में केन्द्र की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत सरकार पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कहा कि चीन के सामने खड़े नहीं होने वाले मोदी किसानों को धमकी देते हैं उनके लिए दीवारें खड़ी करते हैं।

वहीं केन्द्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसान आंदोलन की पृष्ठभूमि में गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी इन कानूनों के जरिए अपने दोस्तों के लिए रास्ता साफ करना चाहते हैं। कृषि कानून सिर्फ किसानों का नहीं बल्कि गरीबों, मजदूरों और देश की 40 प्रतिशत जनता का मुद्दा और कांग्रेस पार्टी इन कानूनों को रद्द करवाके ही मानेगी।

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘देश के किसान, मजदूरों के सामने अंग्रेज नहीं टिक पाए तो प्रधानमंत्री मोदी कौन हैं।’’ चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर भी उन्होंने आरोप लगाया कि पड़ोसी देश ने हमारी हजारों किलोमीटर जमीन ले ली है।

राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर आए गांधी ने शुक्रवार को 'राजस्थान का धान कटोरा' कहे जाने वाले गंगानगर व हनुमानगढ़ जिलों में दो 'किसान महापंचायतों' को संबोधित किया। पहली सभा पीलीबंगा कस्बे में हुई जहां कांग्रेस नेता ने नए कृषि कानूनों को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि वह नए कानून किसानों के लिए लाए हैं, ऐसे में सवाल यह है कि पूरे देश के किसान दुखी क्यों हैं? दिल्ली की सीमाओं पर लाखों किसान आंदोलन क्यों कर रहे हैं?’’

केन्द्र के नए कृषि कानूनों के संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘‘पहला कानून मंडी को मारने, खत्म करने का है। दूसरा अनिवार्य वस्तु अधिनियम को समाप्त कर जमाखोरी चालू करने का और तीसरा किसान के हाथ से न्याय छीनने का कानून है।’’

कृषि कानूनों को देश की 40 प्रतिशत आबादी पर आक्रमण बताते हुए गांधी ने कहा कि इन कानूनों का लक्ष्य है कि ‘‘40 प्रतिशत लोगों का धंधा दो तीन लोगों के हाथ में चला जाए। एक ही कंपनी पूरे देश का अनाज बेचे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘तीनों कानून लागू हो गए तो किसान तो गया, उसकी जमीन गयी। मगर छोटा दुकानदार भी गया, व्यापारी भी गया, मजदूर गया। हिंदुस्तान के 40 प्रतिशत लोग बेरोजगार हो जाएंगे।’’

गांधी ने कहा, ‘‘उन्होंने यह किसानों के लिए तो नहीं किया, न मजूदरों के लिए किया, न छोटे दुकानों के लिए किया। उन्होंने यह हम दो हमारे दो के लिए किया। चार लोग इस देश की सरकार चलाते हैं और जो भी हो रहा है इन चार लोगों के लिए हो रहा है।’’

केंद्र सरकार द्वारा नोटबंदी के बाद जीएसटी लगाने का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा, ‘‘... उसके बाद जीएसटी। फिर से उसी कड़ी का आक्रमण। छोटे मझौले कारोबारियों को खत्म कर दिया। ... मोदी जी रास्ता साफ करना चाहते हैं अपने मित्रों के लिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘वह कहते हैं हम किसानों से बात करना चाहते हैं। क्या बात करना चाहते हैं? इन कानूनों को रद्द कीजिए किसान आपसे बात करने को तैयार हैं। पहले आप काननू वापस लीजिए।’’ किसानों के मांग से एकजुटता प्रदर्शित करते हुए गांधी ने कहा, ‘‘मैं आपको यहां आश्वासन देने आया हूं कि कांग्रेस पार्टी किसानों, मजदूरों, गरीबों के साथ है। इन कानून को हम आगे बढ़ने नहीं देंगे ... इन कानून को हम रद्द करके दिखायेंगे।’’

पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ महीनों से जारी गतिरोध और अरुणाचल प्रदेश में कामकाजी सीमा पर कथित रूप से चीन द्वारा निर्माण किए जाने की खबरों के बीच गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘कल लोकसभा और राज्यसभा में रक्षा मंत्री (राजनाथ सिंह) ने कहा कि समझौता हो गया और समझौता किस बात का हुआ... समझौता यह हुआ कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने हिन्दुस्तान की पवित्र जमीन चीन को पकड़ा दी। हिन्दुस्तान का पोस्ट फिंगर 4 पर होता था चीन ने अपनी सेना भेजी... समझौता नरेंद्र मोदी ने यह कहा कि हम अब फिंगर तीन पर अपना पोस्ट लगायेंगे मतलब फिंगर 4 और फिंगर 3 के बीच जो हमारी पवित्र जमीन है वो नरेंद्र मोदी ने चीन को हमेशा के लिये दे दी है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ये चीन के सामने खड़े नहीं होंगे.. किसानों को धमकी देंगे.. किसानों को मारेंगे.. पीटेंगे… दीवार लगायेंगे और चीन को हिन्दुस्तान की जमीन देंगे यह नरेंद्र मोदी की सच्चाई है।’’

वहीं बाद में गंगानगर जिले के पदमपुर कस्बे में किसान महापंचायत में केंद्र सरकार द्वारा किसानों की कानून वापस लेने की मांग नहीं मानने की ओर इशारा करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘‘यह शर्म की बात है। यह आंदोलन फैलेगा। यह आंदोलन किसानों से शहरों में फैलेगा। इसलिए मैं नरेंद्र मोदी से कह रहा हूं कि उन्हें किसानों की बात सुन लेनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देखिए हिंदुस्तान के किसान मजदूरों के सामने अंग्रेज नहीं टिक पाए नरेंद्र मोदी कौन हैं। अंत में प्रधानमंत्री को कानून वापस लेने ही पड़ेंगे। इसलिए कह रहा हूं कि आज ले लो और देश फिर आगे बढ़े लेकिन जिद कर रहे हैं।’’

राहुल गांधी ने कहा कि जब उन्होंने आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए संसद में दो मिनट का मौन रखा तो 'भाजपा एक सांसद एक मंत्री आधे मिनट के लिए खड़े नहीं हुए...जो शर्म की बात है।

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