Swami Prasad Maurya New Party: सपा से इस्तीफा देने के बाद बोले स्‍वामी प्रसाद मौर्य, बनाएंगे नई पार्टी, दिल्ली में 22 फरवरी को करेंगे घोषणा

समाजवादी पार्टी (सपा) की प्राथमिक सदस्यता और विधान परिषद से त्यागपत्र देने के बाद मंगलवार को स्‍वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि वह नई पार्टी गठित करेंगे और 22 फरवरी को राजधानी दिल्ली में इसकी घोषणा करेंगे।

Swami Prasad Maurya (Photo Credit: ANI)

लखनऊ, 20 फरवरी: समाजवादी पार्टी (सपा) की प्राथमिक सदस्यता और विधान परिषद से त्यागपत्र देने के बाद मंगलवार को स्‍वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि वह नई पार्टी गठित करेंगे और 22 फरवरी को राजधानी दिल्ली में इसकी घोषणा करेंगे. मौर्य ने विपक्षी दलों के समूह 'इंडिया’ गठबंधन को इस देश की आवश्यकता करार देते हुये यह स्पष्ट किया कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल नहीं होंगे.

समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्‍ट्रीय महासचिव पद से त्यागपत्र देने के एक सप्ताह बाद मौर्य ने मंगलवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. उन्‍होंने सपा पर तंज कसते हुये कहा, ''सपा में एक नया फैशन चल गया है. नाम है समाजवादी और समाजवाद की दुहाई देकर उसका कत्लेआम कर रहे हैं. धर्मनिरपेक्ष होने की दुहाई देकर आज यथास्थितिवादी शक्तियों को बढ़ावा दे रहे हैं.'' पीटीआई-वीडियो को दिये गये साक्षात्कार में मौर्य ने कहा कि ''सपा छोड़ने का कारण मुख्य रूप से विचारधारा है.’’ यह भी पढ़े: मुंबई के दो दिवसीय दौरे पर जाएंगे जेपी नड्डा, लोकसभा चुनाव को लेकर करेंगे अहम बैठक

उन्‍होंने कहा कि विचारधारा पर मैने कभी पद को तवज्जो नहीं दी और उसी के तहत मैंने नया रास्ता चुना और 22 फरवरी 2024 को दिल्‍ली के तालकटोरा स्टेडियम में नई पार्टी का ऐलान करूंगा. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही कार्यकर्ताओं की राय से आगे की रणनीति तय की जायेगी. पार्टी के 'राजग' या 'इंडिया' से गठबंधन के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि नयी पार्टी के गठन की घोषणा के बाद इस बारे में निर्णय किया जायेगा.

उन्होंने कहा, ‘‘हां, इतना जरूर है कि वर्तमान राजनीतिक परिवेश में ‘इंडिया’ गठबंधन इस देश की जरूरत है.’’एक सवाल के जवाब में उन्‍होंने कहा, ''हमें गठबंधन की आवश्यकता होगी, (इंडिया) गठबंधन में रहेंगे, बाहर से ताकत देने की आवश्यकता होगी बाहर से ताकत देंगे, लेकिन मकसद हमारा लोकतंत्र और संविधान बचाना होगा.'' सपा छोड़ने की टीस जाहिर करते हुए मौर्य ने कहा, ''जब वैचारिक मतभेद हो, मतभिन्नता हो तो एक साथ रहकर काम करना संभव नहीं है.''

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