संयुक्त राष्ट्र/ जिनेवा, 30 सितंबर : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि भारत बायोटेक के कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन को आपात स्थिति में इस्तेमाल की मंजूरी देने के लिए सूचीबद्ध (ईयूएल) किए जाने के कंपनी के आग्रह पर फैसला अक्टूबर में किया जाएगा. कोवैक्सीन के आकलन की प्रक्रिया ‘‘जारी’’ है. भारत बायोटेक ने अपने टीके के लिए 19 अप्रैल को रुचि प्रस्ताव (ईओआई) भेजा था. डब्ल्यूएचओ की वेबसाइट पर 'डब्ल्यूएचओ ईयूएल/पीक्यू आकलन प्रक्रिया के तहत कोविड-19 रोधी टीकों के दर्जे’ संबंधी 29 सितंबर के नए दस्तावेज में कहा गया है कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन पर फैसला ‘‘अक्टूबर 2021’’ में किया जाएगा.
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि उसने टीके संबंधी आंकड़ों की समीक्षा छह जुलाई को आरंभ कर दी थी. संगठन के अनुसार, पूर्व अर्हता के लिए डब्ल्यूएचओ से किए जाने वाले अनुरोध या आपात स्थिति में इस्तेमाल के तहत टीकों को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया गोपनीय होती है. यदि आकलन के लिए जमा कराया गया उत्पाद सूचीबद्ध किए जाने के वास्ते आवश्यक मापदंडों को पूरा करता है, तो डब्ल्यूएचओ व्यापक रूप से परिणाम प्रकाशित करेगा. एजेंसी के अनुसार, ईयूएल प्रक्रिया की अवधि टीका निर्माता द्वारा प्रस्तुत किए गए आंकड़ों की गुणवत्ता और डब्ल्यूएचओ के मानदंडों को पूरा करने वाले आंकड़ों पर निर्भर करती है. भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और एस्ट्राजेनेका एवं ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी का कोविशील्ड टीका भारत में व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले दो टीके हैं. यह भी पढ़ें : Madhya Pradesh : मुरैना में आर्थिक तौर पर सशक्त हुई महिलाओं को अब साहूकारों की दरकार नहीं
भारत बायोटेक ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि उसने आपातकालीन उपयोग सूची (ईयूएल) के लिए वैक्सीन से संबंधित सभी आंकड़े डब्ल्यूएचओ को सौंप दिए हैं और अब उसे वैश्विक स्वास्थ्य संगठन के जवाब का इंतजार है. भारत बायोटेक ने ट्वीट किया था, ‘‘कोवैक्सीन का नैदानिक परीक्षण डेटा जून 2021 में पूरी तरह से संकलित और उपलब्ध था. विश्व स्वास्थ्य संगठन को आपातकालीन उपयोग सूची (ईयूएल) आवेदन के लिए सभी डेटा जुलाई की शुरुआत में सौंप दिए गए. हमने डब्ल्यूएचओ द्वारा मांगे गए स्पष्टीकरण का जवाब दिया है और आगे की फीडबैक की प्रतीक्षा कर रहे हैं.’’ भारत बायोटेक ने कहा कि कंपनी जल्द से जल्द डब्ल्यूएचओ ईयूएल पाने के लिए पूरी कोशिश कर रही है.