नयी दिल्ली, सात अक्टूबर कांग्रेस ने 2,000 रुपये का नोट बैंक में जमा करने या दूसरे मूल्य के नोट से बदलने के लिए अंतिम दिन शनिवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि लोगों को इस नोट को ‘अंतिम विदाई’ देते समय नोटबंदी के कारण आई मुसीबत को याद करना चाहिए।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘जब देश 2000 रुपये के नोट को अंतिम विदाई दे रहा है, तब 8 नवंबर 2016 के तुगलकी फैसले के कारण आई भयंकर मुसीबत को याद करें। उस समय राहुल गांधी समेत जितने लोगों ने भी इसके पीछे के तर्क पर सवाल उठाया था, उन सबका स्वघोषित विश्वगुरु के लिए ढोल पीटने वालों ने मज़ाक उड़ाया था।’’
उनके मुताबिक, कुछ लोगों ने तो यह तक दावा कर दिया था कि 2000 रुपये के नोट में ‘माइक्रो-चिप’ लगे होंगे और इनसे काले धन पर नज़र रखने में मदद मिलेगी।
कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘अब, करदाताओं के हज़ारों करोड़ रुपए बिना मतलब के बर्बाद करने और देश भर में लाखों सूक्ष्म और लघु व्यवसायों को नष्ट करने के बाद मोदी सरकार अगले ‘हेडलाइन मैनेजमेंट(खबरों की सुर्खियों के प्रबंधन)’ के लिए कोई कदम उठाएगी।
भारतीय रिजर्व बैंक ने नवंबर, 2016 की नोटबंदी के बाद जारी किए गए 2,000 रुपये के नोट को चलन से वापस लेने की 19 मई को घोषणा की थी। रिजर्व बैंक ने 2,000 का नोट बैंक में जमा करने या दूसरे मूल्य के नोट से बदलने के लिए अंतिम तिथि 30 सितंबर तय की थी। हालांकि बाद में केंद्रीय बैंक ने अंतिम तिथि को बढ़ाकर सात अक्टूबर कर दिया था।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शशिकांत दास ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा था कि सात अक्टूबर के बाद लोग 2,000 रुपये के नोट को सिर्फ रिजर्व बैंक के इश्यू कार्यालयों में जमा कर सकेंगे या इसके बदले दूसरे मान्य नोट ले सकेंगे। ये कार्यालय लगभग सभी राज्यों की राजधानियों में स्थित हैं।
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