लखनऊ, छह दिसंबर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि दुनिया में जब भी स्वतंत्रता, समानता, न्याय और बंधुता की बात होती है, तो बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर का नाम गौरव के साथ लिया जाता है।
आदित्यनाथ ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार डॉ. आंबेडकर की याद में एक भव्य सांस्कृतिक केंद्र एवं स्मारक का निर्माण करेगी।
उन्होंने कहा कि आंबेडकर दबे-कुचले और वंचित लोगों की न्याय की लड़ाई में प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने तमाम बंधनों के बावजूद देश-दुनिया के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा एवं डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त करने के बाद भी जीवन को दबे-कुचलों एवं वंचित तबके के उत्थान के लिए समर्पित किया। वे स्वतंत्र भारत के कानून मंत्री बने और देश को नई दिशा दी। उनके द्वारा 1940-50 में दिखाई गई राह आज भी प्रासंगिक है।’’
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को भारत रत्न आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह गौरव की बात है कि बाबा साहेब का जन्म भारत में हुआ।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने डॉ. आंबेडकर के पंच तीर्थों को विकसित कराया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार ने प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों में डॉ. आंबेडकर के चित्र को लगवाया। थाऊ, मुसहर, कोल, वनटांगिया समेत कई वंचित तबकों के लिए शासन की योजनाएं दूर की कौड़ी थीं, पर केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार उन तक सभी योजनाओं को पहुंचा रही है।’’
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