West Bengal: उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा जाने से स्तब्ध हूं- ममता

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि वह देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में ‘‘कानून-व्यवस्था के पूरी तरह से चरमरा जाने’’ से स्तब्ध हैं।

Mamata banerjee (Photo Credit : Twitter)

कोलकाता, 16 अप्रैल: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि वह देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में ‘‘कानून-व्यवस्था के पूरी तरह से चरमरा जाने’’ से स्तब्ध हैं.

ममता प्रयागराज में माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात तीन हमलावरों द्वारा उस समय गोली मारकर हत्या किये जाने से जुड़े सवाल पर प्रतिक्रिया दे रही थीं, जब पुलिस दोनों भाइयों को चिकित्सा जांच के लिए मेडिकल कॉलेज ले जा रही थी. यह भी पढ़ें: Stalin-Kejriwal: राज्यपालों के विरुद्ध मुहिम का हिस्सा बनने के लिए स्टालिन ने केजरीवाल को धन्यवाद दिया

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में अपराधी अब पुलिस और मीडिया की मौजूदगी से बेफिक्र होकर कानून को अपने हाथ में ले रहे हैं, जो बेहद ‘‘शर्मनाक’’ है.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मैं उत्तर प्रदेश में फैली अराजकता और कानून-व्यवस्था के पूरी तरह से चरमरा जाने से स्तब्ध हूं। यह शर्मनाक है कि अपराधी अब पुलिस और मीडिया की उपस्थिति से बेफिक्र होकर कानून को अपने हाथ में ले रहे हैं.’’

माकपा और कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाइयों ने भी इसकी तरह के बयान जारी किये, वहीं भाजपा ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए उनसे अपनी सरकार के अपने रिकॉर्ड को देखने के लिए कहा.

पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी ने इस गोलीबारी को "नृशंस हत्या" करार दिया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इससे पहले दिन में एक ट्वीट करके कहा था कि यह सुनिश्चित करने के लिए अदालतें हैं कि अपराधियों को सख्त से सख्त सजा मिले लेकिन ‘‘कानून और व्यवस्था से खिलवाड़ केवल अराजकता को जन्म देता है.’’

माकपा ने एक बयान में आरोप लगाया कि पुलिस हिरासत में और मीडिया के सामने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या से पता चलता है कि उत्तर प्रदेश पूरी तरह से ‘‘अराजक राज्य’’ बन गया है. माकपा ने कहा, ‘‘जिस तरह से पुलिस बल की भारी मौजूदगी में दो व्यक्तियों की हत्या की गई, वह आधिकारिक मिलीभगत की ओर इशारा करती है। इसे बार-बार होने वाली मुठभेड़ों की पृष्ठभूमि में देखा जाना चाहिए, जो न्यायेत्तर हत्याओं के अलावा और कुछ नहीं हैं.’’

माकपा ने कहा, "इस स्थिति के लिए आदित्यनाथ सरकार सीधे तौर पर जिम्मेदार है."

बनर्जी पर पलटवार करते हुए, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी को खुद आईने के सामने खड़े होना चाहिए और सत्तारूढ़ दल और प्रशासन के पिछले रिकॉर्ड के बारे में आत्मनिरीक्षण करना चाहिए जो उनके शासन की आलोचना करते हैं.’’

भट्टाचार्य ने दावा किया, ‘‘उत्तर प्रदेश के बारे में बोलने के बजाय, ममता बनर्जी बताएं कि उनके (ममता बनर्जी) सत्ता में लौटने के बाद पिछले दो वर्षों में टीएमसी के उपद्रवियों द्वारा 55 भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या क्यों की गई.’’ उत्तर प्रदेश की घटना के बारे में उन्होंने कहा कि वहां की भाजपा सरकार ने पहले ही स्थिति से निपटने के लिए कदम उठाए हैं और हमलावरों को पकड़ लिया गया है.

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