वायनाड (केरल), सात अगस्त उत्तरी केरल के वायनाड जिले में करीब एक हफ्ते पहले हुए भीषण भूस्खलन के बाद से 138 लोग लापता हैं। स्थानीय प्रशासन द्वारा बुधवार को जारी की शुरुआती आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।
जिला प्रशासन ने एक विज्ञप्ति में बताया कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों के राशन कार्ड और मतदाता रिकॉर्ड के आधार पर 138 लापता लोगों की मसौदा सूची तैयार की गई है।
विज्ञप्ति में कहा गया, “लापता लोगों की सूची ग्राम पंचायत, एकीकृत बाल विकास योजना (आईसीडीएस), जिला शिक्षा कार्यालय, श्रम कार्यालय, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण आदि के आधिकारिक रिकॉर्ड से मिलान के बाद तैयार की गई है।”
इसमें कहा गया है कि शिविरों में और अपने रिश्तेदारों के साथ रहने वाले या अस्पतालों में भर्ती लोगों तथा जिनकी मृत्यु की पुष्टि हो चुकी है, उनके नाम सूची से हटा दिए गए हैं।
जिला प्रशासन ने कहा कि यह पहली मसौदा सूची थी और जनता इसे देख सकती है तथा यदि उनके पास लापता लोगों के बारे में कोई जानकारी है तो वे प्राधिकारियों को सूचित कर सकते हैं।
प्रशासन ने विज्ञप्ति में कहा कि प्राप्त जानकारी और किए गए सत्यापन के आधार पर सूची में आगे और परिवर्तन किए जाएंगे।
विज्ञप्ति में कहा गया, “मसौदा सूची जिला प्रशासन की आधिकारिक वेबसाइट और जिलाधिकारी के सोशल मीडिया अकाउंट और उनके कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर उपलब्ध होगी।”
इसमें कहा गया है कि लापता व्यक्तियों की सूची के संबंध में लोग उपलब्ध कराए गये फोन नंबर पर सूचना दे सकते हैं।
इस बीच भूस्खलन प्रभावित चूरलमाला और मुंडक्कई क्षेत्रों से लापता लोगों की तलाश नौवें दिन भी जारी रही, जिसमें सेना और नौसेना सहित विभिन्न बलों के 1,026 कर्मी और 500 से अधिक स्वयंसेवक तथा भारी मशीनरी तैनात की गई है।
वायनाड के मुंडक्कई और चूरलमाला क्षेत्रों में 30 जुलाई को हुए विनाशकारी भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 226 हो गई है।
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