नयी दिल्ली, 29 दिसंबर : गाम्बिया और उज्बेकिस्तान (Gambia and Uzbekistan) में कथित तौर पर भारतीय दवा कंपनियों के सीरप पीने के कारण बच्चों की मौत होने के मामले को लेकर बृहस्पतिवार को कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच वाकयुद्ध देखने को मिला. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने कहा कि सरकार को डींग हांकना छोड़कर, इस मामले मे कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. दूसरी तरफ, सत्तारूढ़ पार्टी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति ‘नफरत’ के चलते कांग्रेस भारत का मजाक बना रही है. केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की कथित तौर पर एक भारतीय कंपनी द्वारा निर्मित खांसी की दवा पीने से हुई मौत के मामले में जांच शुरू कर दी है.
उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि इन बच्चों ने नोएडा स्थित मैरियन बायोटेक द्वारा निर्मित खांसी के सीरप ‘डॉक-1 मैक्स’ का सेवन किया था. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इस मामले को लेकर ट्वीट किया, ‘‘भारत में निर्मित सीरप खतरनाक दिखाई देते हैं. पहले गाम्बिया में 70 बच्चों की मौत हुई और अब उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत हुई. मोदी सरकार को यह डींग हांकना बंद कर देना चाहिए कि भारत दुनिया के लिए औषधालय है. सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.’’ यह भी पढ़ें : ‘सीरप से मौत’ संबंधी मामले को लेकर कांग्रेस और भाजपा में वाकयुद्ध
इस पर पलटवार करते हुए भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, ‘‘गाम्बिया में बच्चों की मौत से भारत में निर्मित सीरप का कोई लेनादेना नहीं है. इस बारे में गाम्बिया के प्रशासन और डीसीजीआई दोनों ने स्पष्टीकरण दिया है. लेकिन मोदी के प्रति नफरत में अंधी हो चुकी कांग्रेस भारत एवं उसकी उद्यमी भावना का मजाक बना रही है.’’