नयी दिल्ली, 22 फरवरी शिक्षा-प्रौद्योगिकी मंच बायजू के शेयरधारक इस स्टार्टअप में कथित 'कुप्रबंधन एवं विफलताओं' को लेकर संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बायजू रवींद्रन और उनके परिवार के सदस्यों को हटाने के लिए लाए गए प्रस्ताव पर शुक्रवार को मतदान करेंगे।
शेयरधारकों के एक समूह ने रवींद्रन और उनके परिजनों को निदेशक मंडल से बाहर करने के लिए ईजीएम बुलाई है। बायजू का संचालन 'थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड' करती है।
हालांकि, शुक्रवार को होने वाली शेयरधारकों की असाधारण आम बैठक (ईजीएम) में होने वाले मतदान का नतीजा 13 मार्च तक लागू नहीं होगा। उस दिन कर्नाटक उच्च न्यायालय कुछ निवेशकों के कदम को चुनौती देने वाली रवींद्रन की याचिका पर सुनवाई करेगा।
उच्च न्यायालय ने बुधवार को बायजू में 32 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी रखने वाले शेयरधारकों द्वारा सामूहिक रूप से बुलाई गई ईजीएम पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। रवींद्रन और उनके परिवार की कंपनी में 26.3 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
ईजीएम नोटिस में बायजू का संचालन करने वाली कंपनी थिंक एंड लर्न के वर्तमान निदेशक मंडल को हटाने का आह्वान किया गया है। इसमें रवींद्रन, उनकी पत्नी एवं सह-संस्थापक दिव्या गोकुलनाथ और उनके भाई रिजु रवींद्रन शामिल हैं।
पिछले एक साल में बायजू को कई वित्तीय परेशानियों का सामना करना पड़ा है। अपने ऑडिटर के इस्तीफा देने, ऋणदाताओं द्वारा दिवाला कार्यवाही शुरू करने सहित अन्य चुनौतियां भी उसके सामने आई हैं।
इस प्रतिकूल हालात में बायजू का उद्यम मूल्यांकन भी वर्ष 2022 के 22 अरब डॉलर से घटकर हाल ही में आए राइट्स इश्यू के दौरान सिर्फ 20 करोड़ डॉलर रह गया है।
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