भोपाल, 9 अक्टूबर : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने सोमवार को कहा कि लोग अगले महीने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में "लोकतंत्र के अपहरणकर्ताओं" को सबक सिखाएंगे. प्रदेश में एक चरण में 17 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी. कमलनाथ ने कहा कि आज मतदान की तारीखों का ऐलान हो गया जिसका सभी को कई सालों से इंतजार था। यह लोकतंत्र का अपहरण करने वालों को सबक सिखाने और प्रदेश में सच्चाई की सरकार स्थापित करने का दिन होगा.
कांग्रेस नेता 2018 में सत्ता में आने के 15 महीने बाद मार्च 2020 में उनके नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के पतन का परोक्ष तौर पर जिक्र कर रहे थे, जब पार्टी के कई विधायकों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में पार्टी छोड़ दी थी. सिंधिया के साथ उनके समर्थक विधायक भाजपा में शामिल हो गए और वह स्वयं केंद्रीय मंत्री बन गए. प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके कमलनाथ ने कहा, ''मैं (कांग्रेस के) सभी कार्यकर्ताओं और लोगों से राज्य के विकास और भविष्य को ध्यान में रखते हुए चुनाव के लिए तैयार होने की अपील करता हूं.''
कांग्रेस के दिग्गज नेता और संकट की स्थिति में पार्टी के लिए मददगार माने जाने वाले कमलनाथ के बारे में चर्चा है कि अगर उनकी पार्टी चुनाव जीतती है तो वह एक बार फिर मुख्यमंत्री पद का चेहरा हो सकते हैं. एक दिन पहले मध्यप्रदेश के प्रभारी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने संकेत दिया था कि स्वाभाविक रूप से कमलनाथ ही मुख्यमंत्री पद के लिये पार्टी का चेहरा होंगे.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)