नयी दिल्ली, 24 नवंबर राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता विनोद कापड़ी की नवीनतम हिंदी फिल्म ‘पायर’ ने 2024 ताल्लिन ब्लैक नाइट्स फिल्म महोत्सव में ऑडियंस अवार्ड जीता है।
उत्तराखंड की पृष्ठभूमि पर बनी यह फिल्म एस्टोनिया की राजधानी ताल्लिन में आयोजित महोत्सव में आधिकारिक प्रतियोगिता श्रेणी में एकमात्र भारतीय प्रविष्टि थी। फिल्म में उत्तराखंड के दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्रों में युवा संतानों के पलायन के कारण अकेले रह गए बुजुर्ग दंपतियों की दुखद स्थिति का यथार्थ चित्रण है।
महोत्सव के आयोजकों के अनुसार, 28वें संस्करण के दर्शकों ने ‘पायर’ को अपनी पसंदीदा फिल्म के तौर पर चुना।
हिंदी फिल्म एक बुजुर्ग जोड़े की सच्ची कहानी से प्रेरित है, जिनसे कापड़ी की मुलाकात 2017 में उत्तराखंड के पलायन से प्रभावित मुनस्यारी गांव में हुई थी। इस जोड़े के आपसी संबंध ने उन पर गहरा प्रभाव डाला, जिससे वह ‘पायर’ बनाने के लिए प्रेरित हुए।
‘पायर’ के लिए विनोद कापड़ी ने दो स्थानीय निवासियों, भारतीय सेना के सेवानिवृत्त सैनिक पदम सिंह और किसान हीरा देवी को चुना, जिनमें से किसी ने भी पहले कभी किसी फिल्म में अभिनय नहीं किया था। दोनों उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले की बेरीनाग तहसील के रहने वाले हैं।
कापड़ी ने कहा कि फिल्म महोत्सव में पुरस्कार जीतना किसी सपने से कम नहीं है।
फिल्मकार ने ‘पीटीआई-’ से कहा, “यह एक परीकथा की तरह है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले दो बुजुर्ग गैर पेशेवर कलाकारों के साथ एक फिल्म बनाऊंगा और वह फिल्म इस महोत्सव की मुख्य प्रतियोगिता के लिए चुनी जाएगी तथा अंततः पुरस्कार जीतेगी।”
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