उत्तर प्रदेश: दौरउ चांदपुर गांव में ग्राम प्रधान ने इस्लाम धर्म अपनाने की दी धमकी, मानसिक उत्पीड़न भी लगाया आरोप

संसद सदस्य द्वारा कथित उत्पीड़न किये जाने का आरोप मढ़ते हुए एक ग्राम प्रधान ने इस्लाम धर्म अपनाने की धमकी दी है. दौरउ चांदपुर गांव के प्रधान अशोक आजाद ने बृहस्पतिवार को जिलाधिकारी को एक पत्र देकर विवाद खड़ा कर दिया. आजाद ने पत्र में मानसिक उत्पीड़न के विरोध में परिवार सहित इस्लाम अपनाने की अनुमति मांगी है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Facebook)

अलीगढ़, 29 अगस्त: संसद सदस्य द्वारा कथित उत्पीड़न किये जाने का आरोप मढ़ते हुए एक ग्राम प्रधान ने इस्लाम धर्म अपनाने की धमकी दी है. दौरउ चांदपुर गांव के प्रधान अशोक आजाद ने बृहस्पतिवार को जिलाधिकारी को एक पत्र देकर विवाद खड़ा कर दिया. आजाद ने पत्र में मानसिक उत्पीड़न के विरोध में परिवार सहित इस्लाम अपनाने की अनुमति मांगी है. पत्र में आजाद ने आरोप लगाया कि पड़ोस के हाथरस से बीजेपी सांसद राजवीर दिलेर की पत्नी रजनी दिलेर 2015 में ग्राम प्रधान पद के लिये हुये चुनाव में हार गयी थीं, उसके बाद से ही सांसद आजाद से नाराज चल रहे हैं. आजाद ने आरोप लगाया कि दिलेर 2019 में जब संसद के लिए निर्वाचित हुए तो उन्होंने उनका (आजाद का) उत्पीड़न शुरू कर दिया.

उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि कुछ महीने पहले उनके मकान को यह कहकर ढहा दिया गया कि वह ग्राम पंचायत के स्वामित्व वाली भूमि पर बना था. आजाद ने अपने आरोप में कहा कि उस भूखंड को लेकर एक मामला अदालत में विचाराधीन है लेकिन सांसद ने उनके मकान को ढहाने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया. दिलेर ने हालांकि इन आरोपों से यह कहते हुए साफ इंकार किया कि उनकी पत्नी प्रधान के पद के लिए चुनाव नहीं लड़ी थीं और किसी झगडे का प्रश्न ही नहीं उठता है.

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उन्होंने कहा कि गांव वालों ने जब जिला प्रशासन के संज्ञान में यह बात लायी कि जिस भूखंड पर मकान है, उसे प्रधान ने अवैध रूप से कब्जा किया है, तो उसके बाद प्रधान के मकान को ढहाया गया. इस भूखंड पर अब एक सार्वजनिक मैरिज हाल का निर्माण किया जा रहा है.

जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह से जब इस बारे में बात की गयी तो उन्होंने पुष्टि की कि प्रधान का पत्र मिला है लेकिन इस बात से साफ इंकार किया कि प्रधान के मकान को किसी दुर्भावना के तहत ढहाया गया है. सिंह ने कहा कि प्रधान ने भूखंड पर अवैध कब्जा कर रखा था और दस्तावेजों की भलीभांति जांच-पड़ताल के बाद ही उसे ढहाया गया है.

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