देहरादून, पांच नवंबर उत्तराखंड के अल्मोड़ा में भीषण बस दुर्घटना के बाद जीवित बचे घायल यात्रियों ने इस हादसे के संभावित कारण के रूप में अधिक भीड़भाड़, तेज गति और तकनीकी खामियों समेत अन्य वजहें गिनाई हैं। घायलों में से कई लोगों का यहां के विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
दिवाली के बाद काम पर लौट रहे यात्रियों से खचाखच भरी बस सोमवार को उत्तराखंड के अल्मोडा जिले में गहरी खाई में गिर गई, जिससे उसमें सवार 60 से अधिक यात्रियों में से कम से कम 36 लोगों की मौत हो गई।
निजी ‘गढ़वाल मोटर मालिक यूनियन’ द्वारा संचालित 43 सीट वाली बस गढ़वाल क्षेत्र के पौड़ी से लगभग 250 किमी दूर कुमाऊं के रामनगर की ओर जा रही थी। इस दौरान 27 लोग घायल हो गए जिनमें से चार की हालत गंभीर है।
रामनगर के रामदत्त जोशी अस्पताल में इलाज करा रहे पांच लोगों में से एक करण ने कहा, ‘‘32 सीट वाली बस में 60-65 लोग थे। हमने अचानक टायर के फटने जैसी एक आवाज सुनी और बस खाई में गिर गई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बस क्षमता से अधिक भरी हुई थी। सभी सीट भरी होने के कारण बस में कम से कम 20 यात्री खड़े थे।’’
एक अन्य यात्री ने भी दावा किया कि वाहन क्षमता से अधिक भरा हुआ था। सिर पर पट्टी बांधे हुए आयुष ने ‘पीटीआई वीडियो’ को बताया, ‘‘कुछ टूट गया - एक्सल या कुछ और। हमने टायर के फटने जैसी आवाज सुनी और बस नीचे गिर गई।’’
अस्पताल में एक अन्य घायल यात्री विनोद पोखरियाल ने कहा, ‘‘भीड़भाड़ के अलावा सड़क की खराब हालत भी दुर्घटना का कारण हो सकती है। ऐसा लगता है कि चालक भी जल्दी में था।’’
घायल यात्री ने कहा कि वह बस के आगे चालक के पास बैठा था जिसने उससे कहा कि उसे मार्चुला से दूसरी बस चलानी है।
पोखरियाल ने कहा, ‘‘बस तेज गति से जा रही थी। कुछ तकनीकी खराबी भी थी, जिससे चालक नियंत्रण नहीं रख सका और बस खाई में गिर गई।’’
रामनगर के रामदत्त जोशी अस्पताल के एक चिकित्सक ने कहा कि पांच घायल यात्रियों को वहां भर्ती कराया गया था और उनकी हालत में सुधार हो रहा है।
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