लखनऊ, 17 नवंबर उत्तर प्रदेश विधानसभा की नौ सीट पर उपचुनाव के लिए प्रचार अभियान पर विराम लगने वाला है। ऐसे में सभी प्रमुख दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है, जबकि सभी सीट पर चुनाव लड़ रही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का कोई भी बड़ा नेता प्रचार अभियान में नहीं दिख रहा है।
उपचुनाव के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा और सोमवार शाम से प्रचार अभियान पर विराम लग जाएगा, लेकिन बसपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ही अकेले नेता हैं जो अपनी पार्टी के लिए तैयारियों में लगे हुये हैं।
बसपा प्रमुख मायावती ने इन नौ सीट में से किसी भी उम्मीदवार के समर्थन में अभी तक कोई जनसभा या रैली में भाग नहीं लिया है।
यहां तक कि पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक एवं बसपा प्रमुख के भतीजे आकाश आनंद और पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची में तीसरे नंबर पर मौजूद पूर्व राज्यसभा सदस्य सतीश चंद्र मिश्र भी किसी उम्मीदवार के पक्ष में माहौल बनाने नहीं उतरे हैं।
हालांकि, मिश्रा ने दावा किया है कि उनकी पार्टी उपचुनावों में बेहद मजबूती से लड़ रही है।
उन्होंने शुक्रवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘बसपा बहन मायावती जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की नौ सीट पर हो रहे उपचुनाव में बेहद मजबूती से लड़ रही है। लोगों से अपील करता हूं कि बसपा से जुड़ेंगे तो आगे बढ़ेंगे एवं सुरक्षित भी रहेंगे। भाजपा और सपा से दूर रहेंगे तो बचे रहेंगे।’’
पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने रविवार को ‘पीटीआई-’ से बातचीत में कहा, ‘‘बहन जी (मायावती) के आदेश पर मैं और पार्टी के समन्वयक और जिलाध्यक्ष उपचुनाव वाली सभी नौ सीट पर पार्टी के प्रत्याशियों के लिए प्रचार कर रहे हैं।’’
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