नयी दिल्ली, 27 जुलाई अंतरराष्ट्रीय विकास के लिए अमेरिकी एजेंसी (यूएसएआईडी) की प्रशासक सामंथा पावर ने बुधवार को कहा कि आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे श्रीलंका की भारत ने समय रहते मदद की है।
उन्होंने कहा कि भारत ने जहां उपायों की एक महत्वपूर्ण श्रृंखला के साथ तेजी से प्रतिक्रिया दी, वहीं चीन राहत प्रदान करता नहीं दिखा।
सामंथा ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (दिल्ली-आईआईटी) में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि चीन श्रीलंका के ‘सबसे बड़े लेनदारों’ में से एक बन गया है।
उन्होंने कहा कि चीन अक्सर अन्य ऋण देने वाले देशों या संस्थाओं की तुलना में उच्च ब्याज दरों पर कर्ज की पेशकश करता है।
पावर 25 से 27 जुलाई तक भारत के दौरे पर हैं। अमेरिकी एजेंसी यूएसएआईडी वैश्विक स्तर पर सहायता करने वाली अग्रणी एजेंसियों में से एक है।
उन्होंने कहा कि भारत ने ऋण सुविधा के तहत श्रीलंका को 3.5 अरब डॉलर का कर्ज दिया है। साथ ही श्रीलंका की गिरती अर्थव्यवस्था को समर्थन देने के लिए कई तरह से अन्य मदद की पेशकश की हैं।
उन्होंने कहा कि भारत ने मुश्किल समय में दुनिया के कई देशों की मदद की है।
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