नयी दिल्ली, 26 सितंबर इस्लामाबाद में अमेरिका के राजदूत के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की यात्रा करने पर उठे विवाद के बीच भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने मंगलवार को कहा कि अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने जी20 की बैठकों के दौरान जम्मू कश्मीर का भी दौरा किया था।
गार्सेटी पाकिस्तान में अमेरिका के राजदूत डोनाल्ड ब्लोम के पिछले सप्ताह छह दिवसीय पीओके दौरे के बारे में पूछे गये सवालों का जवाब दे रहे थे।
अमेरिकी राजदूत गार्सेटी ने 20वें भारत-अमेरिका आर्थिक शिखर-सम्मेलन से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत पर प्रतिक्रिया देना मेरा काम नहीं है, लेकिन वह जाहिर तौर पर जी20 के दौरान जम्मू कश्मीर में हमारे प्रतिनिधिमंडल में भी शामिल थे।’’
गार्सेटी ने यह भी स्पष्ट किया कि जम्मू कश्मीर का मुद्दा भारत और पाकिस्तान को द्विपक्षीय रूप से सुलझाना है और इसमें अमेरिका समेत किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम जुड़े रहेंगे लेकिन यह एक ऐसा मुद्दा है जिसे हम शिद्दत से मानते हैं कि इसे भारत और पाकिस्तान के बीच हल किया जाना है, न कि अमेरिका सहित किसी तीसरे पक्ष द्वारा।’’
पाकिस्तान में अमेरिका के राजदूत ब्लोम ने पीओके में गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र का दौरा किया था और वहां के स्थानीय लोगों से बात की थी।
कनाडा की संसद में नाजी युद्ध के एक पूर्व सैनिक को खड़े होकर सम्मान दिये जाने के बारे में पूछे जाने पर गार्सेटी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हर कोई गलतियां पहचानता है।’’
खालिस्तानी उग्रवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बारे में अमेरिका द्वारा खुफिया जानकारी साझा करने के मुद्दे पर गार्सेटी ने प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में गार्सेटी ने कहा कि भारत ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए नयी दिल्ली आने का निमंत्रण दिया है, लेकिन कार्यक्रम की अभी पुष्टि नहीं हुई है।
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