वाशिंगटन, 26 जनवरी अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए कोविड-19 महामारी और आतंकवाद के मद्देनजर पाकिस्तान और बांग्लादेश की यात्रा की योजना पर पुनर्विचार करने संबंधी यात्रा परामर्श जारी किया है, वहीं विदेश मंत्रालय ने नागरिकों से अफगानिस्तान की यात्रा नहीं करने की भी अपील की है।
दक्षिण एशिया के तीन देशों के लिए यात्रा परामर्शों को अद्यतन करते हुए अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को अलग-अलग यात्रा परामर्श जारी किए हैं।
परामर्श में कहा गया, ‘‘ कोविड-19, आतंकवाद और जातीय हिंसा की वजह से लोग पाकिस्तान की यात्रा करने की योजना पर पुनर्विचार करें।’’
वहीं परामर्श में अमेरिकी नागरिकों से आतंकवाद और अपहरण की घटनाओं के मद्देनजर बलूचिस्तान और खैबर पख्तुनख्वा प्रांतों में नहीं जाने की अपील की गई है।
नागरिकों से आंतकवाद और संभावित संघर्ष की आशंका की वजह से भारत-पाकिस्तान सीमा ‘नियंत्रण रेखा से लगने वाले इलाकों’ में जाने से बचने को कहा गया है।
इसमें कहा गया है, ‘‘भारत-पाकिस्तान सीमावर्ती क्षेत्रों की यात्रा नहीं करें। इस इलाके में आतंकी समूह गतिविधियां चलाते रहते हैं। भारत और पाकिस्तान की सीमा के दोनों तरफ मजबूत सैन्य मौजूदगी है। भारत और पाकिस्तान के सैन्य बलों के बीच अक्सर नियंत्रण रेखा के दोनों ओर से गोलीबारी और गोलाबारी होती रहती है।’’
पाकिस्तान के अलावा अमेरिका ने नागरिकों से कोविड-19 महामारी तथा अपराध, आतंकवाद और अपहरण की घटनाओं की वजह से बांग्लादेश की यात्रा की योजना पर भी पुनर्विचार करने को कहा है।
वहीं एक अन्य परामर्श में कोविड-19, अपराध, आतंकवाद, अशांति, अपहरण और सशस्त्र संघर्ष की वजह से अफगानिस्तान की यात्रा नहीं करने की अपील की है। परामर्श में कहा गया है कि यात्रा के लिहाज से अफगानिस्तान के सभी इलाके असुरक्षित हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने ब्राजील, आयरलैंड, ब्रिटेन और अन्य यूरोपीय देशों से आने वाले यात्रियों पर एक बार फिर औपचारिक रूप से कोविड-19 के मद्देनजर यात्रा प्रतिबंध लगा दिया। वायरस के नए स्वरूप के खतरे के मद्देनजर दक्षिण अफ्रीका को भी इन प्रतिबंधित देशों की सूची में शामिल किया गया है।
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