ताजा खबरें | विभिन्न मुद्दों पर राज्यसभा में हंगामा, कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित

नयी दिल्ली, 11 अगस्त विभिन्न मुद्दों पर सत्ता पक्ष और विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण शुक्रवार को राज्यसभा की कार्यवाही आरंभ होने के कुछ देर बाद ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

सत्ता पक्ष के सदस्य राजस्थान में कानून और व्यवस्था के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग कर रहे थे तो वहीं विपक्षी सदस्य प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) को सदन में बुलाए जाने की मांग कर रहे थे।

सभापति जगदीप धनखड़ ने दोनों पक्षों से सदन में व्यवस्था बनाने और सदन को सुचारू रूप से चलने देने का अनुरोध किया लेकिन हंगामा जारी रहने पर उन्होंने उच्च सदन की कार्यवाही करीब 11 बजकर 40 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ हुई तब सदन के नेता पीयूष गोयल ने धनखड़ को उपराष्ट्रपति और सदन के पदेन सभापति के रूप में कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर बधाई दी।

उन्होंने कहा, ‘‘आपने देश के दूसरे शीर्ष संवैधानिक पद पर रहते हुए जो कार्य किए हैं उससे सदन की गरिमा बढ़ी है। आप किसान परिवार से आते हैं। आपका सरल स्वभाव और व्यक्तित्व तथा आपकी कार्यशैली ने हमेशा मार्गदर्शन दिया है। कानून के जानकार के रूप में आप सभी को दिशा दिखाते हैं। मैं आपको बधाई देता हूं।’’

विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने सदन के नेता पर आरोप लगाया कि वह ऐसे मौकों की जानकारी भी विपक्ष को नहीं देते।

उन्होंने कहा, ‘‘आप हमको बता देते तो हम भी चार बात बोलते। यही तो मुश्किल है। बगैर बात किए ये लोग एकतरफा काम करते हैं। तो करने दीजिए इन्हें।’’

खरगे ने भी धनखड़ को बधाई दी और साथ ही लोकसभा से कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को निलंबित करने का मुद्दा उठाया।

सत्ता पक्ष के सदस्यों ने आपत्ति जताई कि निचले सदन के मुद्दे को राज्यसभा में नहीं उठाया जा सकता।

संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने आसन से मांग की कि नेता प्रतिपक्ष ने अधीर रंजन चौधरी के संबंध में जो बातें कही हैं, उन्हें कार्यवाही से निकाला जाए।

इसके बाद सभापति ने सदन से सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों के नामों का उल्लेख किया और उन्हें उनके बेहतर भविष्य की शुभकामनाएं दी।

कांग्रेस के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि सदन में परंपरा रही है कि जब सदस्यों की विदाई होती है तो प्रधानमंत्री सदन में मौजूद रहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कम से कम अब तो उन्हें सदन में आना चाहिए।’’

इसी दौरान भाजपा के किरोड़ी लाल मीणा ने राजस्थान में कानून व व्यवस्था का मुद्दा उठाया। इस पर विपक्ष के सदस्यों ने विरोध जताया।

इस पर दोनों पक्षों की ओर से हंगामा और नारेबाजी शुरु हो गई। सदन में व्यवस्था बनते न देख सभापति धनखड़ ने कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

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