नयी दिल्ली, छह दिसंबर लोकसभा में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के एक सांसद द्वारा हिंदी भाषी राज्यों को लेकर दिए गए अपमानजनक बयान पर सत्तापक्ष ने माफी की मांग की और इस मुद्दे पर सदन में दोनों पक्षों के हंगामे के कारण कार्यवाही लगभग 18 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
सदन में प्रश्नकाल के दौरान जब द्रमुक नेता टी आर बालू पूरक प्रश्न पूछने के लिए खड़े हुए तो केंद्रीय उपभोक्ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने सदन में मंगलवार को द्रमुक सांसद डीएनवी सेंथिल कुमार के हिंदी पट्टी के राज्यों को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान का मुद्दा उठाया।
गोयल ने कहा कि बालू को अपनी पार्टी के सांसद के बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘यह नहीं चल सकता कि कोई भी सदस्य यहां कुछ भी बोलकर चले जाएं। पहले उन्हें माफी मांगनी होगी।’’
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि द्रमुक सांसद का बयान उत्तर और दक्षिण को बांटने का प्रयास है।
इस दौरान बालू और विपक्ष के कुछ सदस्यों ने केंद्रीय मंत्रियों की मांग पर ऐतराज जताया।
दोनों पक्षों की ओर से हंगामा होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कार्यवाही करीब 11.42 बजे दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
सेंथिल कुमार ने मंगलवार को सदन में जम्मू कश्मीर से संबंधित विधेयकों पर चर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए हिंदी भाषी राज्यों के लिए अपमानजनक टिप्पणी की थी। हालांकि, बाद में उन्होंने अपने बयान के लिए माफी मांग ली थी।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘हाल में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के परिणामों पर टिप्पणी करते हुए मैंने अनुचित तरीके से एक शब्द का इस्तेमाल किया था। उस शब्द को इस्तेमाल करने की कोई मंशा नहीं थी और मैं इससे गलत संदेश जाने पर माफी मांगता हूं।’’
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सेंथिल कुमार के इस बयान को कार्यवाही से हटा दिया है।
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