नयी दिल्ली, 14 नवंबर ऐप आधारित टैक्सी सेवा प्रदान करने वाली कंपनी उबर ने एसओएस एकीकरण, हेलमेट सेल्फी और महिला चालकों के लिए महिला सवारी को प्राथमिकता देने जैसी नई सेवाओं (फीचर) की बृहस्पतिवार को घोषणा की।
इनका मकसद अपने मंच पर 10 लाख से अधिक चालकों या ड्राइवर भागीदारों के अनुभव को ‘‘ सुरक्षित, आसान और निष्पक्ष’’ बनाना है।
इसके अलावा, सरकार की सामाजिक सुरक्षा संहिता (सीओएसएस) के समर्थन में उबर ने ई-श्रम मंच पर पंजीकरण को बढ़ावा देने की घोषणा की, जो ‘गिग’ श्रमिकों और असंगठित श्रमिकों का एक एकीकृत डेटाबेस होगा।
ऑनलाइन मंच के लिए काम करने वाले अस्थायी कर्मचारियों को गिग वर्कर्स कहा जाता है।
उबर इंडिया एवं दक्षिण एशिया के अध्यक्ष प्रभजीत सिंह ने कहा कि नई सेवाएं चालकों को सशक्त बनाती हैं, उनकी सुरक्षा बढ़ाती हैं और उनके दैनिक परिचालन में अधिक पारदर्शिता के साथ अधिक सुविधा प्रदान करती हैं।
भारत में उबर के साथ मासिक आधार पर 10 लाख से अधिक चालक काम करते हैं।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)