साइबर अपराध पर वैश्विक कार्रवाई के तहत दो संदिग्ध हैकर गिरफ्तार

साइबर अपराध के खिलाफ विश्वव्यापी कार्रवाई के तहत ‘रैंसमवेयर’ हमलों के सिलसिले में दो संदिग्ध हैकरों को गिरफ्तार किया गया है जिनके साइबर हमलों से 5,000 कम्प्यूटर संक्रमित हुए थे.

साइबर अपराध पर वैश्विक कार्रवाई के तहत दो संदिग्ध हैकर गिरफ्तार
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo: Pixabay)

वाशिंगटन, 9 नवंबर: साइबर अपराध के खिलाफ विश्वव्यापी कार्रवाई के तहत ‘रैंसमवेयर’ हमलों के सिलसिले में दो संदिग्ध हैकरों को गिरफ्तार किया गया है जिनके साइबर हमलों से 5,000 कम्प्यूटर संक्रमित हुए थे. यूरोपोल ने सोमवार को यह घोषणा की. रोमानियाई प्राधिकारियों ने गत सप्ताह इन दोनों को गिरफ्तार किया. उनके नाम अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं.

अधिकारियों ने बताया कि ‘आरएविल’ नाम के रैंसमवेयर गिरोह ने फिरौती के जरिए करीब पांच लाख यूरो हासिल किए. रैंसमवेयर एक तरह के दुष्ट सॉफ्टवेयर हैं जो तब तक कंप्यूटर प्रणाली तक उपयोक्ता की पहुंच रोक देते हैं जब तक वह उन्हें उनकी मांगी फिरौती नहीं देता. यह गिरफ्तारियां 17 देशों के सामूहिक अभियान के तहत की गयी है जिसमें अमेरिका भी शामिल है. यह भी पढ़ें : भाजपा ने पश्चिम बंगाल में पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करने की मांग को लेकर रैली निकाली

डिप्टी अटॉर्नी जनरल लीजा मोनाको ने एक साक्षात्कार में कहा कि कि आने वाले दिनों और हफ्तों में आप और गिरफ्तारियां देखेंगे. अमेरिकी न्याय विभाग ने रैंसमवेयर हमलों से निपटने के लिए कई तरीके आजमाए हैं और वह इन हमलों को राष्ट्रीय सुरक्षा तथा अर्थव्यवस्था के लिए खतरा बताता है.


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