वाशिंगटन, चार अक्टूबर अमेरिका में दो भारतीय अमेरिकी महिलाओं- बोस्टन से पद्मिनी पिल्लई और न्यूयॉर्क से नलिनी टाटा को बृहस्पतिवार को 2024-2025 के सत्र के लिए ‘व्हाइट हाउस फेलो’ नामित किया गया।
इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम के लिए अमेरिका से कुल 15 विशिष्ट प्रतिभाशाली व्यक्तियों का चयन किया गया है। ‘फेलो’ ‘व्हाइट हाउस’ (अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यायल) के वरिष्ठ कर्मचारियों, कैबिनेट मंत्रियों और अन्य शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक साल तक काम करने के बाद एक बेहतर नेता के रूप में अपने समुदायों की सेवा करते हैं।
‘व्हाइट हाउस’ ने एक मीडिया विज्ञप्ति में कहा कि टाटा को ‘व्हाइट हाउस’ के कैबिनेट मामलों के कार्यालय में नियुक्त किया गया है, जबकि पिल्लई को सामाजिक सुरक्षा प्रशासन में नियुक्त किया गया है।
मैसाचुसेट्स के न्यूटन की पिल्लई एक ‘इम्युनो इंजीनियर’ हैं जो प्रतिरक्षा विज्ञान में खोज एवं जैव-सामग्री डिजाइन में प्रगति के बीच की खाई को पाटने का काम करती हैं ताकि मानव रोगों के उपचार में मदद मिल सके।
उन्होंने ‘मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी’ (एमआईटी) में एक टीम का नेतृत्व किया जो जानलेवा कैंसर को खत्म करने के लिए नैनोथेरेपी विकसित कर रही है। कोविड-19 महामारी के दौरान ‘सीएनबीसी’, ‘द अटलांटिक’ और ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ सहित कई मीडिया संगठनों ने पिल्लई के लेख प्रकाशित किए थे जिनमें उन्होंने टीकाकरण, प्रतिरक्षा और स्वास्थ्य के लिहाज से संवेदनशील समुदायों पर महामारी के दुष्प्रभाव को लेकर चर्चा की थी।
पिल्लई ने येल विश्वविद्यालय से ‘इम्यूनोबायोलॉजी’ में पीएचडी और ‘रेगिस कॉलेज’ से ‘बायोकेमिस्ट्री’ में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है।
टाटा ‘न्यूयॉर्क-प्रेस्बिटेरियन वील कॉर्नेल मेडिकल सेंटर/मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर’ में ‘न्यूरोसर्जरी रेजिडेंट’ हैं।
टाटा ने ब्राउन यूनिवर्सिटी से ‘न्यूरोबायोलॉजी’ में बीएससी, ‘कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी’ से एमफिल, ‘नॉर्थवेस्टर्न फीनबर्ग स्कूल ऑफ मेडिसिन’ से एमडी और ‘हार्वर्ड केनेडी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट’ से ‘लोकतंत्र, राजनीति और संस्थाएं’ विषय में एमपीपी की डिग्री प्राप्त की है।
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