इंदौर, चार मई मध्यप्रदेश के इंदौर के एक निजी नर्सिंग होम में अन्य बीमारियों के मरीजों का इलाज कर रहे दो डॉक्टर सोमवार को कोविड-19 से संक्रमित पाये गये। इसके बाद प्रशासन ने इस चिकित्सा संस्थान को अस्थायी रूप से बंद करते हुए संक्रमणमुक्त करने का फैसला किया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) प्रवीण जड़िया ने बताया कि शहर के राजबाड़ा क्षेत्र के अर्पण नर्सिंग होम की एक महिला डॉक्टर और एक पुरुष डॉक्टर कोविड-19 से संक्रमित पाये गये हैं। हालांकि, निजी क्षेत्र का यह चिकित्सा संस्थान ग्रीन श्रेणी का है यानी वहां इस महामारी के मरीजों का इलाज नहीं किया जा रहा था।
उन्होंने बताया कि नर्सिंग होम के पूरे स्टाफ के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। हाल के दिनों में इस संस्थान में इलाज कराने वाले मरीजों की पहचान की जा रही है और उनकी सेहत की भी जांच की जायेगी।
सीएमएचओ ने बताया कि नर्सिंग होम के आस-पास के इलाके को निषिद्ध क्षेत्र (कंटेनमेंट जोन) घोषित कर सील किया जा रहा है।
इस बीच, जिलाधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि अर्पण नर्सिंग होम में फिलहाल कुछ मरीज भर्ती हैं। इन मरीजों को अन्य अस्पतालों में भेजा जायेगा। फिर नर्सिंग होम को अस्थायी रूप से बंद कर संक्रमणमुक्त किया जायेगा।
उन्होंने कहा, "जिले के छोटे अस्पतालों और डॉक्टरों के निजी क्लीनिकों को खोलने की अनुमति फिलहाल नहीं दी जायेगी। यह देखा गया है कि इन जगहों पर कोविड-19 से बचाव की पर्याप्त सावधानियां नहीं बरती जातीं जिससे डॉक्टरों और मरीजों, दोनों में इसका संक्रमण फैलने का खतरा होता है।"
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक इंदौर, देश में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में से एक है। रेड जोन में शामिल जिले में अब तक इस महामारी के 1,611 मरीज मिले हैं। इनमें से 77 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।
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