देश की खबरें | त्रिपुरा : अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री देब ने इस्तीफा दिया

अगरतला/कोलकाता, 14 मई त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देब ने शनिवार को कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल एस एन आर्य को सौंप दिया है।

देब ने यह घोषणा यहां राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात के बाद की।

वरिष्ठ भाजपा नेता भूपेंद्र यादव ने कहा कि विधायक थोड़ी देर में नया मुख्यमंत्री चुनने के लिए बैठक करेंगे।

देब ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पार्टी सबसे ऊपर है। मैं भाजपा का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं। मुझे उम्मीद है कि जो जिम्मेदारी दी गई, उसके साथ मैंने न्याय किया फिर चाहे राज्य भाजपा इकाई के अध्यक्ष का पद हो या त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी। मैंने त्रिपुरा के संपूर्ण विकास के लिए कार्य किया और सुनिश्चित किया कि राज्य के लोगों के लिए शांति हो।’’

उन्होंने कहा, ‘‘वर्ष 2023 में चुनाव आ रहा है और पार्टी चाहती है कि जिम्मेदार संयोजक यहां प्रभार संभाले। सरकार तभी बन सकती है जब संगठन मजबूत हो। चुनाव के बाद कोई निश्चय ही मुख्यमंत्री बनेगा।’’

त्रिपुरा में पार्टी के मामलों की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से चर्चा के लिए देब बृहस्पतिवार को नयी दिल्ली गए थे।

निवर्तमान मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पार्टी चाहती है कि मैं संगठन को मजबूत करूं।’’ उन्होंने कहा,‘‘जनता यह भाजपा सरकार का लंबा कार्यकाल चाहती है। अगर लोग चाहेंगे कि मैं संगठन के लिए काम करूं, तो निश्चित तौर पर इस उद्देश्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी ।’’

उल्लेखनीय है कि त्रिपुरा में वाम मोर्चे की 25 साल पुरानी सरकार को हराकर भाजपा ने वर्ष 2018 में प्रचंड जीत दर्ज की थी जिसके बाद देब को मुख्यमंत्री बनाया गया था।

वहां पर कयास लगाए जा रहे थे कि त्रिपुरा की भाजपा इकाई में आपसी खींचतान चल रही है।

सूत्रों ने बताया कि उम्मीद है कि उप मुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा मुख्यमंत्री का प्रभार लेंगे। वर्मा त्रिपुरा के राज परिवार से जुड़े हुए हैं।

वहीं, अन्य केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक को भी इस पद के दावेदार के रूप में देखते हैं।

गौरतलब है कि त्रिपुरा में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।

इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि देब के कार्यकाल को विपक्षी कार्यकर्ताओं पर ‘हमले’ और त्रिपुरा में ‘‘लोकतंत्र की हत्या’’के रूप में जाना जाएगा।

तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, ‘‘देब का इतिहास त्रिपुरा में भाजपा की समाप्ति का संकेत है।’’

तृणमूल कांग्रेस ने ट्वीट किया, ‘‘ त्रिपुरा में हजारों लोगों को विफल करने वाले मुख्यमंत्री को अलविदा जिनसे छुटकारा मिला।’’

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