जयपुर, 17 जनवरी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि कुछ लोग समझते हैं कि वह कानून से ऊपर हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ठान लिया है कि देश में प्रजातांत्रिक मूल्यों का राज रहेगा और कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है।
उपराष्ट्रपति ने यह भी कहा कि देश की तरक्की देखकर कुछ लोगों का ‘हाजमा’ गड़बड़ा गया है।
राजस्थान के टोंक जिले के निवाई स्थित वनस्थली विद्यापीठ के 40वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए धनखड़ ने कहा, “यदि कुछ लोग समझते हैं कि वे कानून से ऊपर हैं..... जब कोई अपने आप को कानून से ऊपर समझता है तो बाकी लोग हताश हो जाते हैं कि ये हमसे अलग क्यों हैं। हमारे बराबर क्यों नहीं है?”
उन्होंने कहा, “प्रजातांत्रिक व्यवस्था में तो सभी बराबर होते हैं। सभी को कानून के सामने हिसाब देना होता है।”
उन्होंने कहा, “भारतीयता हमारी पहचान है, हम भारतीय हैं, इस पर हमें गर्व है। और देश के अंदर अप्रत्याशित अकल्पनीय विकास की गंगा जो बह रही है, उसमें हम भागीदार हैं।”
उपराष्ट्रपति ने कहा, “ भारत को 2047 तक दुनिया का सबसे विकसित देश बनाने का भार, मेरे कंधे पर नहीं है, आपके कंधे पर है।”
धनखड़ ने वनस्थली विद्यापीठ में अध्ययनरत विभिन्न संकायों की 4 हजार 635 छात्राओं को उपाधियां प्रदान कीं जिनमें 233 दीक्षार्थियों को पीएचडी उपाधि एवं 119 छात्राओं को मुख्य अतिथि ने स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया।
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