देश की खबरें | भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस को सबको साथ लेकर चलना होगा: ओवैसी

हैदराबाद, 12 अक्टूबर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अकेले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (भाजपा) को नहीं हरा सकती।

ओवैसी ने कहा कि यदि उन्हें हराना है तो सबसे पुरानी पार्टी को सभी को साथ लेकर चलना होगा।

तेलंगाना के विकाराबाद में शुक्रवार की रात एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यदि वक्फ संशोधन विधेयक कानून बन गया तो देश में सामाजिक अस्थिरता व्याप्त हो जाएगी।

हरियाणा में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ओवैसी ने कहा कि ‘धर्मनिरपेक्ष’ पार्टियां चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-विरोधी मतों में सेंध लगाने के लिए उन पर (ओवैसी पर) आरोप लगाती थीं और उन्होंने पूछा कि हरियाणा में एआईएमआईएम के उम्मीदवारों को न उतारने के बावजूद मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व वाली पार्टी कैसे हार गई?

उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने (भाजपा) हरियाणा कैसे जीत लिया? मैं वहां नहीं था। वरना वे ‘बी टीम’ कहते... वे वहां हार गए। अब आप ही बताइए, वे किसके कारण हारे?’’

ओवैसी ने कहा, ‘‘मैं पुरानी पार्टी (कांग्रेस) से कहना चाहूंगा कि मेरी बात समझिए, मोदी को हराने के लिए सबको साथ लेकर चलना होगा। आप अकेले कुछ नहीं कर पाओगे।’’

भाजपा ने हरियाणा में सत्ता-विरोधी लहर को मात देते हुए लगातार तीसरी बार शानदार जीत हासिल की और कांग्रेस की वापसी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। हरियाणा में भाजपा ने 90 विधानसभा सीट में से 48 सीट जीतीं, जो सरकार बनाने के लिए 46 के जादुई आंकड़े से कहीं अधिक है।

ओवैसी ने दावा किया कि अगर वक्फ विधेयक कानून बन गया तो मस्जिदें और दरगाहें छीन ली जाएंगी।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं मोदी जी से कह रहा हूं कि अगर यह वक्फ कानून बना तो देश में सामाजिक अस्थिरता पैदा हो जाएगी। हम देश को 1980 और 1990 के दशक में ले जाएंगे। हमने एक मस्जिद गंवा दी थी। अब हम कोई मस्जिद या कब्रिस्तान नहीं खोएंगे।’’

एआईएमआईएम के अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश के एक मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरसिंहानंद का अप्रत्यक्ष रूप से जिक्र करते हुए दावा किया कि ‘मोदी और योगी उन्हें बचा रहे हैं।’ यह खेदजनक है कि उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया।

नरसिंहानंद ने कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद पर अपमानजनक टिप्पणी की थी।

ओवैसी ने फलस्तीन के मुद्दे पर अपना समर्थन जारी रखते हुए पूछा कि प्रधानमंत्री मोदी इस पर क्यों नहीं बोल रहे हैं, जबकि इजराइल ने लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों पर हमला किया और गाजा में भी 40,000 लोग मारे गए हैं।

उन्होंने यह भी पूछा कि भारत इजराइल को हथियार क्यों दे रहा है?

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