पश्चिम बंगाल में बम विस्फोट में टीएमसी कार्यकर्ता की मौत, आरोप-प्रत्यारोप शुरू
बीरभूम जिले के मारग्राम में हुए बम विस्फोट में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक कार्यकर्ता की मौत और सत्तारूढ़ पार्टी के पंचायत प्रमुख के भाई के घायल होने के बाद रविवार को राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया.
कोलकाता, 5 फरवरी : बीरभूम जिले के मारग्राम में हुए बम विस्फोट में तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) के एक कार्यकर्ता की मौत और सत्तारूढ़ पार्टी के पंचायत प्रमुख के भाई के घायल होने के बाद रविवार को राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया. घटना में मारे गए न्यूटन शेख के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि शनिवार को हुए हमले के लिए कांग्रेस समर्थक जिम्मेदार थे. वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मारग्राम में पार्टी की सांगठनिक ताकत बहुत कम है और पार्टी किसी हमले में शामिल नहीं है.
बम हमले में न्यूटन शेख की मौत हो गई, जबकि घायल लाल्टू शेख को इलाज के लिए कोलकाता के सरकारी एसएसकेएम अस्पताल लाया गया. बीरभूम जिले की सीमा झारखंड से लगे होने के मद्देनजर हमले में माओवादियों की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर पश्चिम बंगाल के शहरी विकास मंत्री फरहाद हाकिम ने कहा कि पुलिस को सभी पहलुओं की जांच करनी चाहिए.
मारग्राम में टीएमसी पंचायत प्रमुख के भाई घायल लाल्टू से मिलने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह एक बड़ी साजिश है और इन बमों को बनाने के लिए सामग्री के स्रोत की जांच की जानी चाहिए.’’ यह भी पढ़ें : संसद ने भी माना कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है : केजरीवाल
उन्होंने इस बात से इनकार किया कि घटना टीएमसी में फूट का परिणाम हो सकती है, जैसा कि विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस आरोप लगा रही है. अधीर चौधरी ने कहा कि मारग्राम में कांग्रेस के पास कोई सांगठनिक ताकत नहीं है, यह जानते हुए भी अगर कोई पार्टी को चर्चा में लाना चाहता है तो उन्हें इससे कोई दिक्कत नहीं है. चौधरी ने कहा, ‘‘हर कोई जानता है कि हमलावर और पीड़ित दोनों टीएमसी के हैं.’’