विदेश की खबरें | अफगानिस्तान में तालिबान मंत्री के अंतिम संस्कार के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

कैबिनेट सदस्य खलील हक्कानी तीन साल पहले तालिबान द्वारा सत्ता पर कब्जा करने के बाद से देश में हुए किसी हमले में मारे गए प्रमुख व्यक्ति थे।

राजधानी काबुल में बुधवार को शरणार्थी एवं प्रत्यावर्तन मंत्रालय में हुए विस्फोट में उनकी मौत हो गई। विस्फोट में कई अन्य लोग भी मारे गए। अधिकारियों ने मृतकों और घायलों की हालिया संख्या नहीं बताई है।

हक्कानी, कार्यवाहक आंतरिक मंत्री और तालिबान के भीतर एक शक्तिशाली गुट के नेता सिराजुद्दीन हक्कानी के रिश्तेदार थे। अमेरिका ने उन दोनों पर इनाम रखा हुआ है।

समाचार संस्था ‘अमाक न्यूज एजेंसी’ द्वारा दिए गए बयान में आईएस से जुड़े संगठन ने कहा कि उसके एक लड़ाके ने आत्मघाती बम विस्फोट को अंजाम दिया। बयान के अनुसार, लड़ाके ने हक्कानी के कार्यालय से बाहर निकलने का इंतजार किया और फिर अपने डिवाइस को उड़ा दिया।

मंत्री का अंतिम संस्कार बृहस्पतिवार दोपहर पूर्वी पकतिया प्रांत के गरदा सेराई जिले में होगा, जो हक्कानी परिवार का गढ़ है।

सरकार के उप प्रवक्ता हमदुल्ला फितरत ने बृहस्पतिवार को कहा कि शीर्ष अधिकारी अंतिम संस्कार में हिस्सा लेंगे और सुरक्षा उपाय लागू किए गए हैं।

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन सहित अन्य ने इस हमले की निंदा की है।

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