केप टाउन, पांच जनवरी लोकेश राहुल ने कहा है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरुआती टेस्ट में हार के दौरान भारतीय टीम में अतिरिक्त आक्रामकता नहीं थी लेकिन मानसिक बदलाव ने दूसरे टेस्ट में चीजें बदल दीं।
भारत सेंचुरियन में पहला टेस्ट पारी और 32 रन से हार गया था लेकिन टीम ने गुरुवार को यहां दूसरे टेस्ट में दो दिन के भीतर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सात विकेट से जीत दर्ज कर श्रृंखला 1-1 से ड्रॉ करा दी।
राहुल ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम बल्लेबाजी या गेंदबाजी के मामले में अपने पिछले मैच के दौरान वास्तव में शत प्रतिशत नहीं थे। हम तैयार थे लेकिन अतिरिक्त धार या अतिरिक्त आक्रामकता गायब थी। इसका श्रेय दक्षिण अफ्रीका को भी जाता है कि उन्होंने आत्मविश्वास के उस स्तर तक नहीं पहुंचने दिया।’’
राहुल ने झटके से जल्दी उबरने के लिए टीम की सराहना की।
उन्होंने कहा, ‘‘केवल योजना और रवैये में थोड़ा सा बदलाव हुआ था। मेरा मतलब है कि हम यह नहीं कह सकते कि हम पिछले टेस्ट मैच के दौरान तैयार नहीं थे। हम तैयार थे लेकिन ऐसी परिस्थितियां होती हैं जहां प्रतिद्वंद्वी वास्तव में आपको मुकाबले से बाहर कर देता है या हम इसके आदी नहीं थे।’’
राहुल ने कहा, ‘‘पिछले चार-पांच वर्षों से हम एक ऐसी टीम रहे हैं जो वास्तव में प्रतिस्पर्धी है और हमने भारत के बाहर श्रृंखला जीती है इसलिए हम इसके लिए तैयार नहीं थे। यह हमारे लिए झटका था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यह बताता है कि हम टेस्ट क्रिकेट खेलने का कितना आनंद लेते हैं और हम अपने देश के लिए खेलने को कितना महत्व देते हैं और भारत के बाहर टेस्ट जीत हमारे लिए कितनी मायने रखती है।’’
पहले टेस्ट में दो पारियों में 245 और 131 रन पर आउट होने के बाद भारत को खराब तैयारी के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा जबकि दक्षिण अफ्रीका ने अपनी एकमात्र पारी में 408 रन बनाए थे।
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