(फाइल फोटो के साथ)
गोरखपुर, 20 मई उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अधिकारियों को हिदायत दी कि पीड़ितों की मदद और पात्रों को शासन की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में विलंब नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों मामलों में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
योगी ने कहा कि यदि किसी स्तर पर कोई दिक्कत आ रही है, तो उसका पता लगाकर निराकरण कराया जाए और किसी स्तर पर जानबूझकर प्रकरण को लंबित रखा गया है, तो वहां जिम्मेदारी सुनिश्चित कर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने यह निर्देश शनिवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान लोगों की समस्याएं सुनते हुए दिए। मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने आयोजित जनता दर्शन में योगी ने लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं।
उन्होंने सभी को आश्वस्त किया कि किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है और हर समस्या का प्रभावी रूप से निस्तारण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर ही हिदायत दी कि जनता की समस्याओं का समयबद्ध, निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण तरीके से निस्तारण करें।
कुछ मामलों में उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यह भी पता लगाएं कि यदि किसी को प्रशासन का सहयोग नहीं मिला है, तो ऐसा क्यों और किन कारणों से हुआ। उन्होंने कहा कि हर पीड़ित की त्वरित मदद की जाए।
योगी ने जमीन पर कब्जे से जुड़ी शिकायतों पर विधि सम्मत कठोर कदम उठाने का निर्देश दिया।
हर बार की तरह इस बार भी जनता दर्शन में कई लोग इलाज में आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे। इस पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि अस्पताल के खर्च के बारे में जल्द से जल्द जानकारी जुटाकर और उचित प्रक्रिया पूरी करके शासन को उपलब्ध कराएं।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि इलाज के लिए मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से पर्याप्त मदद उपलब्ध कराई जाएगी।
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