नयी दिल्ली, 14 दिसंबर केंद्र द्वारा लाए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध तेज होने के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देकर कहा कि कृषि क्षेत्र ‘जननी’ है और इसके खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं है।
औद्योगिक संगठन फिक्की की आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हाल में कृषि क्षेत्र में किए गए सुधार किसानों के बेहतर हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं और सरकार हमेशा चर्चा और संवाद के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, ‘‘कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं है। हालिया सुधार भारत के किसानों की बेहतरी को ध्यान में रखकर किए गए हैं।’’
सिंह ने कहा, ‘‘ फिर भी हम अपने किसान भाइयों की हमेशा सुनने को तैयार हैं, हम उनकी आशंकाओं को दूर करेंगे और भरोसे के साथ उन्हें वह देंगे जो हम दे सकते हैं। हमारी सरकार हमेशा चर्चा और संवाद के लिए तैयार है।’’
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रक्षामंत्री ने कहा कि कृषि वह एक क्षेत्र है जिसने खुद को महामारी के दुष्प्रभाव से बचाया है, बल्कि बेहतर किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे यहां उत्पादन और खरीद बहुत हुआ और सभी गोदाम भरे हुए हैं।’’
गौरतलब है कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर हजारों किसान दिल्ली की सीमा पर दो सप्ताह से अधिक समय से जमे हुए हैं।
कोरोना वायरस महामारी के असर और देश की अर्थव्यवस्था की मजबूती के बारे में बोलते हुए सिंह ने कहा कि भारत में मौजूद वित्त वर्ष के शुरुआती पांच महीनों में 35.73 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आया है जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 13 प्रतिशत अधिक है।
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘यह हमारी आर्थिक मजबूती है...कि अप्रैल से अगस्त 2020 के बीच भारत में अबतक का सबसे अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आया है। इस वित्त वर्ष के शुरुआती पांच महीनों में 35.73 अरब डॉलर का विदेशी निवेश आया है जो पिछले वित्तवर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 13 प्रतिशत अधिक है।
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