गोरखपुर (उप्र), 13 मई लॉकडाउन में पुणे से पैदल चलकर बिहार जा रहे एक मजदूर ने बुधवार को भोजन और धन ना होने की वजह से गोरखपुर में आत्महत्या का प्रयास किया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बिहार के सीवान जिले के चैनपुर छितौनी गांव का रहने वाला दीपू पटेल (25) पुणे में रहकर काम करता था। कोविड-19 संक्रमण के मद्देनजर घोषित लॉकडाउन के बाद उसकी नौकरी छूट गई। जब उसके पास मात्र 1300 रुपए रह गए तो उसने पैदल ही अपने घर लौटने का फैसला किया।
सूत्रों ने बताया कि दीपू कुछ दूर पैदल चलकर और कुछ दूर वाहनों से लिफ्ट लेकर किसी तरह गोरखपुर पहुंचा। यहां पहुंचने तक उसका सारा धन और खाने-पीने की चीजें खत्म हो चुकी थीं।
उन्होंने बताया कि दीपू नौसढ़ बस अड्डे गया और उसके सामने स्थित एक व्यक्ति के मकान की तीसरी मंजिल पर पहुंच गया। वहां उसने अपने गमछे से फांसी लगाने की कोशिश की, मगर इसी बीच कुछ लोगों ने उसे देख लिया और पुलिस को सूचना दे दी।
नौसढ़ थाने में तैनात दारोगा भूपेंद्र तिवारी तथा अन्य पुलिसकर्मियों ने दीपू को समझाया बुझाया और उसे भोजन तथा डेढ़ हजार रुपए दिए।
पुलिस अधीक्षक (उत्तरी) अरविंद पांडे ने बताया कि दीपू को आश्रय स्थल ले जाया जाएगा और अगर वह कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया तो उसे पृथक किया जाएगा।
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